रांची: पांच बार के सांसद व बीजेपी के कद्दावर नेता रामटहल चौधरी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. उन्होंने नई दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में सदस्यता ग्रहण. अटकलें लगायी जा रही है कि इस बार रांची लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस रामटहल चौधरी को उम्मीदवार घोषित कर सकती है. हालांकि अभी तक इसकी घोषणा नहीं हुई है. आपको बता दें कि रामटहल चौधरी कुर्मी नेता हैं. करीब 12 प्रतिशत कुर्मी मतदाता पर इनकी पकड़ मजबूत है. रांची लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां से रामटहल चौधरी पांच बार सांसद रहे हैं. कुर्मी वोटर के साथ-साथ करीब 15 प्रतिशत मुस्लिम मतदाताओं पर भी इनकी पकड़ अच्छी है. अगर कांग्रेस इन्हें उम्मीदवार घोषित करती है तो बीजेपी प्रत्याशी संजय सेठ की मुश्किलें खड़ी हो जायेगी.
कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा पर आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उस समय बीजेपी मुझसे लिखित मांग रहा था कि मैं अब चुनाव नहीं लड़ूं, लेकिन मैंने नहीं माना. यह एक तानाशाही आदेश था जो मुझे नहीं भाया. आज की भाजपा तानाशाही हो गई है. आज की तारीख में किसी भी नेता व कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी कोई राय मशविरा नहीं लेती है. जो मन में आता है वही फैसला लेती है. जातीय जनगणना का समर्थन करते हुए रामटहल चौधरी ने कहा कि जिस प्रकार राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली और और जातीय जनगणना की मांग उठायी उससे मैं काफी प्रभावित हूं. क्योंकि इसी जनगणना से सभी वर्गों की हिस्सेदारी बढ़ेगी.
इस दौरान झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री आलमगीर आलम, कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा और रांची के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय मौजूद रहे.
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