देवघर (DEOGHAR) : इन दिनों ऑनलाइन से कुछ भी बुक करवाया जा सकता है. विभिन्न वस्तु या सामग्रियों के लिए अलग अलग वेबसाइट है जहां अपने सहूलियत के हिसाब से लोग बुकिंग कर अपने जरूरत को पूरी करते है. लेकिन कभी कभी इनलोगों से ठगी भी हो जाती है. डिजिटल शातिरों द्वारा फर्जी वेबसाइट बना कर भोले भाले लोगों से ठगी की जाती है. कुछ ऐसा ही मामला देवघर में सामने आया है. बाबा मंदिर में पूजा एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठान के नाम पर देश भर से हज़ारों लोगों से करोड़ो रूपये ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है.
जिला प्रशासन के आंख के नीचे से हो रहा था खेल
झारखंड ही नही अन्य राज्यों के श्रद्धालु प्रतिदिन देवघर स्थित पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चना करने के लिए आते है. कई ऐसे भी होते हैं जो पूजा अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान के लिए वेबसाइट पर जा कर ऑनलाइन बुकिंग कर देते है. ऐसे श्रद्धालुओं को शायद यह पता नहीं होता है कि यह वेबसाइट असली है या नकली. साउथ के एक श्रद्धालु द्वारा इसी तरह ऑनलाइन बुकिंग करवाया गया था. जब वह मंदिर में पहुचे तो फर्जी वेबसाइट पर दिए गए नंबर पर कॉल किया लेकिन फ़ोन उठा नही. तब श्रद्धालु मंदिर कार्यालय पहुंच अपने बुकिंग की जानकारी लेने लगे.मंदिर में मौजूद अधिकारी द्वारा बोला गया कि ऐसा कोई भी ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था मंदिर द्वारा प्रदान नही की जाती है. तब श्रद्धालु को लगा कि वे ठगी के शिकार हो गए. फर्जी वेबसाइट deoghar.in किसी शातिर द्वारा बनाया गया है. जहां पर पिछले कई महीनों से बुकिंग हो रही है. अभीतक 9 हज़ार से अधिक श्रद्धालुओं ने इस वेबसाइट के माध्यम से पूजा अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान कराने के लिए बुकिंग की गई है. जिससे इस वेबसाइट संचालक को लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये प्राप्त हुआ है. कई महीनों से यह फर्जी वेबसाइट बाबा मंदिर के नाम से चल रहा है लेकिन इसकी भनक न तो जिला प्रशासन को हुई और ना ही मंदिर प्रबंधन को. अब मामला प्रकाश में आया है तो स्थानीय पुरोहित और लोग धार्मिक भावना के नाम पर फर्जीवारा करने वाले दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे है.
उपायुक्त ने लिया एक्शन, कार्रवाई का दिया आदेश
कई महीनों से फर्जी वेबसाइट के जरिये बाबा मंदिर में श्रद्धालु पूजा अर्चना करते आ रहे हैं लेकिन ध्यान किसी को नही पड़ा.फर्जी वेबसाइट से अपना कारोबार बढ़ा रहा संचालक को एक फ़ोन नही उठाना महंगा पड़ गया. वेबसाइट संचालक का भंडाफोड़ हो गया.जिला प्रशासन के सामने इस गोरखधंधे का मामला सामने आया तो मंदिर प्रशासक सह जिला उपायुक्त विशाल सागर ने फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगो को ठगने वाले इस तरह के गिरोह को चिन्हित कर उनपर सख्त कार्यवाई का आदेश दिया है. उपायुक्त ने बताया कि बाबा मंदिर का ऐसा कोई वेबसाइट नही है जहाँ ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है. उपायुक्त ने इस तरह का फर्जी वेबसाइट ही नही सभी तरह का वैसा वेबसाइट जिसके माध्यम से बाबा मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान और पूजा अर्चना के लिए ऑनलाइन बुकिंग होती है सबकी जांच करने का निर्देश मंदिर प्रभारी सह सदर अनुमंडलाधिकारी रवि कुमार को दिया है. उपायुक्त ने इस तरह के डिजिटल ठगों से लोगो को सावधान रहने का आग्रह किया है. देर से ही सही जिला प्रशासन द्वारा फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगो को ठगने वालो पर सख्त कार्रवाई का आदेश तो दिया ही है लेकिन जरूरत है इस तरह की फर्जीवाड़ा पर लगातार अपनी पैनी निगाह बनाने की.
रिपोर्ट-ऋतुराज
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