टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-बोकारो स्टील प्लांट पर देश को नाज है, यही के इस्पात से आइएनएस विक्रांत का निर्माण हुआ. यहां की स्टील का इस्तेमाल कई देश कर रहें हैं. लेकिन, इतना नाम रौशन होने के बावजूद इसके संयत्र की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है. यहां पर ठेका मजदूर में कई अपराधी काम कर रहें हैं. जिन पर चोरी, लूट समेत कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. जीआऱपी ने ऐसे अपराधियों की सूची कांड संख्या के साथ सीआईएसएफ को दी है. सबसे चौकाने वाली बात ये है कि इनमे से कई अपराधी ऐसे है, जिनपर बीएसएल में चोरी करने का आरोप है. सीआईएसएफ ने बीएसएल मैनेजमेंट से को ऐसे अपराधियों का गेट पास बनाने की स्वीकृति देने वाले इंजीनियर इंचार्ज पर कार्रवाई करने को कहा है.
प्लांट में करीब 9700 ठेका श्रमिक
प्लांट के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीएसएल में करीब 9700 ठेका श्रमिक काम करते हैं. ये उत्पादन समेत कई महत्वपूर्ण विभागों में काम करते हैं. इन मजदूरों में करीब 50 ऐसे ठेका श्रमिक हैं, जिन पर आपराधिक मुकदमे हैं. कई मजदूर ऐसे है, जो जेल में सजा काट चुके हैं, तो कोई जमानत पर छूटकर आए हैं. क्रिमिनल बैकग्राउंड होने के बावजूद बोकारो स्टील प्लांट में काम करने दिया जा रहा है. अलग-अलग विभागों के इंजीनियर इंचार्ज ने गेट पास बनाने की स्वीकृति दी
बोकारो पुलिस अधीक्षक को भेजी सूचना
प्लांट की सुरक्षा में तैनात किए गए सीआईएसएफ अफसरों को जीआरपी से सूची मिलने के बाद हैरान है. अधिकारियों ने बोकारो के पुलिस अधीक्षक को सूचना भेजी है कि चास, बीएस सिटी, हरला, माराफारी, सेक्टर-12, बालीडीह आदि थाने के अपराधियों का रिकार्ड उपलब्ध करा दें. जिसके बाद बीएसएल में मौजूद डाटा से मिलान कर यहां बतौर ठेका श्रमिक काम कर रहे अपराधियों की पहचान की जाएगी
गश्ती के दौरान जीआरपी ने पकड़ा
प्लांट के रेलवे यार्ड के पास जीआरपी की टीम ने गश्ती के दौरान कुछ अपराधियों को पकड़ा. पूछताछ के दौरान इनलोगों ने बीएसएल का ठेका मजूदर बताया और गेट का पास भी दिखाया. चौकाने वाली बात ये रही कि , इसमे से कई ऐसे अपराधी थे. जो जीआरपी के हत्थे चढ़कर जेल जा चुके थे. तब जीआरपी ने 15 अपराधियों की पहचान कर सीआईएसएफ अफसरों को जानकारी दी. जीआरपी ने जिन 15 अपराधियों की लिस्ट सौंपी, वे चास, बीएस सीटी , हरला, माराफारी और बालीडीह थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.
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