BPSC परीक्षा के दौरान हंगामा करनेवाले छात्रों पर सख्त हुआ आयोग, आरोपियों पर चलेगा हत्या का केस, आज की बैठक में होगा बड़ा फैसला

टीएनपी डेस्क(TNP DESK): बीते 13 दिसंबर यानि शुक्रवार को 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के दौरान पटना के बापू एग्जाम सेंटर के बाहर अभ्यर्थियों ने पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. वहीं परीक्षा केंद्र के बाहर होते हंगामा को देख परीक्षा केंद्र पर तैनान सहायक केंद्र अधीक्षक राम इकबाल सिंह को अचानक हार्ट अटैक आ गया, वहीं उन्हें अस्पताल ले जाने की प्रक्रिया में देरी हुई क्योंकि अभ्यार्थियों ने सड़क जाम करके रखा था, वहीं देरी से अस्पताल पहुंचने पर उनकी मौत हो गई. इसके बाद अब बीपीएससी आयोग आरोपियों पर सख्ती से कार्रवाई करने के मूड में है. जिला प्रशासन की ओर से आयोग से सिफरिश की गई है कि जो भी आरोपी होंगे, उनपर हत्या का केस चलाया जाए.
आज आयोग ले सकता है बड़ा फैसला
आपको बतायें कि बिहार की राजधानी पटना में 13 दिसंबर को बापू परीक्षा केंद्र के बाहर जिस तरह से अभ्यार्थियों ने पेपर लीक मामले का आरोप लगाया और हंगामा किया, जिससे परीक्षा केंद्र अधीक्षक की हार्ट अटैक से मौत हुई, उस पर अब आयोग और जिला प्रशासन पूरी तरीके से कार्रवाई करने के मूड में है. इस मामले को लेकर 15 दिसंबर को आयोग की ओर से डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह को रिपोर्ट सौंपी गई है. इसी रिपोर्ट पर आज यानी 16 दिसंबर को आयोग के कार्यालय में एक अहम बैठक की जायेगी. इस बैठक में फैसला लिया जाएगा कि आखिर अभ्यार्थियों के ऊपर हत्या का केस चलाया जायेगा या नहीं.
आरोपियों पर चलेगा हत्या का केस
आपको बताये कि जिला प्रशासन ने परीक्षा के दौरान हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए हत्या का आरोप लगाने की आयोग से सिफारिश की है. जिला प्रशासन का कहना है कि जिस तरीके से बीपीएससी परीक्षा के दौरान बाधा डालने की कुछ लोगों ने कोशिश की, और इसकी वजह से परीक्षा केंद्र अधीक्षक की मौत हुई है, तो इस मामले में जो भी आरोपी होंगे उन पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए. इस मामले को लेकर डिप्टी कलेक्टर रेंक के एक अधिकारी ने पूरे मामले की जांच की है, और रिपोर्ट दिया है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि परीक्षार्थी के रूप में असामाजिक तत्व के लोगों ने परीक्षा को रद्द कराने के लिए हंगामा किया है.
पढ़ें आयोग से जिला प्रशासन ने क्या सिफारिश की है
वहीं इस मामले पर पटना के डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि ऐसा लग रहा है कि प्रश्नपत्र पुस्तिकाओं को देर से बांटने के बहाने कुछ उम्मीदवारों ने परीक्षा रद्द करने की प्लानिंग की थी. जब जांच होगी और हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों की पहचान के बाद वे बीपीएससी के अभ्यर्थी निकलते है, तो जिला प्रशासन आयोग से सिफारिश करेगा कि उन्हे बीपीएससी परीक्षा में बैठने से रोका जाये.वहीं जिला प्रशासन उन्हें चिन्हित कर जेल भेजेगा.इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गई है. आज आयोग के बैठक में बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
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