हाईजेक हुआ सीएम नीतीश का तीर! राजस्थान के चुनावी दंगल में जातीय जनगणना की इंट्री, कांग्रेस का दावा सरकार बनते ही पिछड़ों को मिलेगा हक

अब देखना होगा कि सीएम नीतीश का यह मास्टर कार्ड राजस्थान में अपना जलबा दिखला पाता है या नहीं. या सिर्फ तीर हाथ में होने से कोई घायल नहीं होता, उसके लिए एक मंझा हुआ तीरंदाज की भी जरुरत होती है. क्योंकि यदि वाकई कांग्रेस और अशोक गहलोत की सरकार जातीय जनगणना के प्रति इतनी ही गंभीर होती तो वह सीएम नीतीश की तरह ही सत्ता में रहते हुए ही इसे अंजाम दे सकती है, लेकिन अब जबकि सत्ता से विदाई का वक्त है, यह तीर कितना कारगार होगा, इसका फैसला तो तीन दिसम्बर को ही होगा.  

हाईजेक हुआ सीएम नीतीश का तीर! राजस्थान के चुनावी दंगल में जातीय जनगणना की इंट्री, कांग्रेस का दावा सरकार बनते ही पिछड़ों को मिलेगा हक