पटना(PATNA): आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के खिलाफ सीबीआई ने फिर से उनके पुराने केस को ओपन कर दिया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रेलवे परियोजनाओं के भ्रष्टाचार मामले में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ जांच फिर से शुरू की है. इस मामले में बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग साथ आ गए हैं, इसलिए ऐसा हो रहा है.
दरअसल स्व अरुण जेटली की जयंती के अवसर पर राजकीय समारोह का आयोजन पटना के कंकड़बाग में किया गया था. स्वर्गीय अरुण जेटली के प्रतिमा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, राज्यपाल फागू चौहान समेत कई मंत्रियों ने माल्यार्पण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों ने जब लालू प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच फिर से शुरू करने के संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा, देख लीजिए ये क्या हो रहा है. हम लोग साथ आ गए हैं इसलिए ये हो रहा है.
क्या है मामला
बता दें कि जब यूपीए-1 सरकार में लालू यादव रेल मंत्री थे. उसी दौरान उनपर रेलवे परियोजनाओं के आवंटन में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. मामले की शुरुआती जांच 2018 में शुरू हुई थी. हालांकि मई 2021 में सीबीआई सूत्रों द्वारा कथित तौर पर कहा गया कि लालू यादव पर लगे आरोपों से कोई मामला नहीं बनता है. इसके बाद जांच बंद कर दी गई थी. रिपोर्टों के अनुसार सीबीआई ने कथित भ्रष्टाचार के मामले में लालू के बेटे तेजस्वी यादव और बेटियों चंदा यादव और रागिनी यादव को आरोपी बनाया है. मामले के अनुसार लालू यादव ने डीएलएफ समूह से दक्षिण दिल्ली की एक संपत्ति को रिश्वत के रूप में स्वीकार किया था, जो मुंबई के बांद्रा में रेल भूमि पट्टा परियोजनाओं और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण में रूचि रखती थी.
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