रांची(RANCHI): झारखंड के लातेहार में 14 CRPF जवानों को हमेशा के लिए सुलाने वाला माओवादी छोटू खरवार की हत्या अब उसके साथियों ने ही कर दी है. आपसी रंजिश में छोटू की हत्या कर शव जंगल में छोड़ कर उसके साथ भाग निकले. छोटू के नाम से ही कोयल शंख जॉन में लोग दहशत में आ जाते थे. इसके आतंक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि झारखंड पुलिस ने इसपर 15 लाख का इनाम घोषित कर रखा था. NIA के मोस्ट वांटेड के लिस्ट में भी इसका नाम सबसे ऊपर रहा है.
सबसे पहले बताते है कि छोटू खरवार कौन है और कहाँ का रहने वाला है. छोटू खरवार हमेशा अपनी पहचान छुपाने के लिए नाम बदलता रहता था. जिससे पुलिस को उसकी भनक ना लग सके. छोटू का नाम छोटू जी उर्फ छोटे सिंह उर्फ छोटू खेरवार है. इसके अलावा इसके साथ इसे और भी कई नाम से बुलाते थे. इसके पिता का नाम ननका पाहन उर्फ नरेश सिंह खेरवार है. लातेहार जिले के एक छोटे से गाँव सिकिद में हुआ था जो हेरहंज थाना क्षेत्र में आता है.
छोटू खेरवार के पिता मजदूरी और किसानी कर अपना घर चलाते है. छोटू खेरवार को पढ़ाना चाहते थे. लेकिन पिता की गरीबी और लाचारी को देख छोटू पैसा कमाने की भीड़ में दौड़ पड़ा. इस दौरान उसकी मुलाकात कुछ नक्सलियों से हो गई. जिसके बाद पैसे के लालच में वह नक्सली दस्ते में शामिल हो गया. इसके बाद एक के बाद एक वारदात को अंजाम दे कर खुद के नाम की दहशत इलाके में बना लिया. इसके आतंक को देख माओवादियों ने इसे पहले एरिया कमांडर और फिर देखते दी देखते रिजनल कमांडर का दायित्व सौप दिया. साथ ही कोयल शंख जॉन का इनचार्ज बना दिया गया.
अब समझते ही कि कोयल शंख जॉन क्या है. कौन से क्षेत्र इसमें आता है. दक्षिणी पलामू-लातेहार-गुमला-लोहरदगा और सिमडेगा का क्षेत्र आता है. इस इलाके में नक्सली घटना को अंजाम देने की पूरी पटखथा इसके द्वारा ही लिखी जाती थी. इसपर करीब 100 से अधिक हिंसा-लूट-हत्या के मामले अलग अलग थाना में दर्ज है.इसके आतंक को देख ही झारखंड पुलिस ने इसपर 15 लाख के इनाम की घोषणा की थी.
2013 में जब नक्सल अभियान से जवान वापस लौट रहे थे तब इसने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. सुरक्षाबलों से भरी गाड़ी को IED ब्लास्ट कर उड़ा दिया था. इस घटना में 14 CRPF जवानों की शहादत हुई थी. घटना लातेहार इलाके में हुई थी. इस घटना के बाद छोटू का नाम और भी सुर्खियों में रहा.
लेकिन अब छोटू के साथ उसके आतंक का भी अंत हो गया है. बुधवार की देर रात छिपादोहर के भीमपाव जंगल में नक्सली आपस में ही भिड़ गए. सूचना है कि किसी मामले को लेकर कई नक्सली जंगल में पहुंचे थे. इस दौरान बात बढ़ी और किसी ने गोली चला दिया. गोली सीधे छोटू को जा लगी. जिससे उसकी मौत मौके पर हो गई. इस घटना के बाद छोटू को छोड़ कर उसके साथी भाग निकले. अब पुलिस शव को कब्जे में लेकर जांच में जुटी है.
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