चाणक्य कहते हैं, मर्दों क़ो इन तीन स्त्रियों से रखनी चाहिए दूरी, नहीं तो बर्बादी तय


टीएनपी डेस्क (TNP DESK): आचार्य चाणक्य भारत के महान चिंतक और अर्थशास्त्री माने जाते हैं. चाणक्य के बताए विचार आज भी लोगों के जीवन को सही दिशा देने का काम करते हैं. कहा जाता है कि जो व्यक्ति उनके सिद्धांतों को जीवन में अपनाता है, वह सफलता की ओर बढ़ता है. चाणक्य ने जीवन के हर पहलू पर अपनी गहरी बात रखी है. महिलाओं के स्वभाव और पुरुषों के संबंधों पर भी उन्होंने स्पष्ट मार्गदर्शन दिया है. उनका मानना था कि कुछ प्रकार की स्त्रियों से दूरी रखने में ही पुरुष का भला होता है, वरना जीवन में संकट आ सकता है.
स्वार्थी और लालची स्त्री से दूरी
चाणक्य का कहना था कि जो महिलाएं सिर्फ अपने लाभ के लिए रिश्ते बनाती हैं, उनसे सावधान रहना चाहिए. ऐसी स्त्रियां जब तक अपना काम निकालती हैं, तब तक संबंध बनाए रखती हैं और जरूरत पूरी होने पर दूर हो जाती हैं. चाणक्य का मानना था कि ऐसे स्वभाव वाली महिलाओं से दूरी रखना ही पुरुष के लिए सुरक्षित होता है.
संस्कारहीन महिलाओं से बचें
चाणक्य ने कहा है कि सिर्फ बाहरी सुंदरता का कोई मतलब नहीं. सुंदरता समय के साथ खत्म हो जाती है, लेकिन संस्कार जीवन भर साथ रहते हैं. जो महिलाएं संस्कारी और सुशील होती हैं, वे अपने साथी का सम्मान करती हैं. वहीं जिनमें संस्कार की कमी होती है, वे संबंधों की गरिमा कम कर देती हैं. इसलिए ऐसी महिलाओं से दूरी बनाना बेहतर है.
चरित्रहीन स्त्री से संबंध न रखें
चाणक्य ने चरित्रहीनता को जीवन का सबसे बड़ा दोष माना है. उनके अनुसार जो महिलाएं कई पुरुषों से संबंध रखती हैं, उनसे दूर रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसी महिलाओं के पास जाना, उनसे भोजन करना या रिश्ते रखना मुश्किलों का कारण बन सकता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान हो सकता है.
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