रांची(RANCHI):झारखंड के जेएसएससी सीजीएल के परीक्षार्थी अब सड़क पर उतर आए हैं. शुक्रवार को मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने के बाद आज मुख्यमंत्री आवास घेराव करने के लिए निकल पड़े हैं. हालांकि आक्रोश अभ्यर्थियों को पुलिस प्रशासन की ओर से मोरहाबादी में ही रोक दिया गया है. जहां सभी परीक्षार्थी सड़क पर ही बैठ कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगें. इस बीच आंदोलन कर रहें आक्रोशित छात्रों का कहना है कि 8 साल में 18 बार परीक्षा की तिथि निकाली गई, लेकिन इस बीच एक भी परीक्षा नहीं ली गई और एक अगर परीक्षा हुई भी तो, उस दौरान प्रश्न पत्र लीक हो गया जिस कारण परीक्षा को रद्द कर दिया गया. वही आंदोलन कर रहें छात्रों का कहना है कि कई बार सरकार की ओर से परीक्षाा की तिथी जल्द निर्धारित करने का आश्वासन भी दिया गया, लेकिन हर बार निराशाा हाथ लगी है.
परिक्षार्थीयों की क्या है मांगे
वहीं आन्दोलन कर रहें छात्रो का कहना है कि इस साल झारखंड में विधानसभा चुनाव होना है ऐसे में अगर अचार सहिंता लागू कर दिया जाएगा तो फिर से परिक्षा की तिथि रद्द कर दी जाएगी. जिस कारण परीक्षा की तिथि सितंबर के पहले सप्ताह में तय की जाए. बता दे कि आयोग की ओर से सितंबर माह में 21 और 22 को परीक्षा की तिथि निर्धारित की गई है, लेकिन इस पर छात्रो का कहना है कि इस डेट पर कई परीक्षा का आयोजन किया गया है. जिस कारण उन्हें सरकार पर भरोसा नही इसलिए सितंबर माह के पहले सप्ताह का तिथि परीक्षा के लिए तय की जाए.
18 बार निकाली गई थी परीक्षा की तिथि
दरअसल झारखंड सी.जी.एल. परीक्षा 28 जनवरी और 4 फरवरी को निर्धारित की गई थी. लेकिन परीक्षा पूरी होने से पहले पेपर लीक हो गया और फिर परीक्षा को रद्द दिया गया. इसके बाद छात्र संगठनों की ओर से जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया इस बीच जेएसएससी कार्यालय का भी घेराव किया गया. बता दे कि साल 2015 की जेएसएससी परीक्षा की यह वैकेंसी रही है, 18 बार परीक्षा की तारीख निकाली गई, लेकिन हर बार परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया. जिस कारण परीक्षार्थी आक्रोशित है.
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