रांची (RANCHI): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक फेक वीडियो वायरल हुआ है. इसमें एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण के संबंध में एडिटिंग के माध्यम से गलत बयान वायरल कराए गए. जबकि बयान का मूल कंटेंट ही अलग है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से इस तरह का डीप फेक वीडियो बनाया गया है. इसको लेकर पूरे देश में राजनीतिक हलचल है.
अरगोड़ा थाना में दर्ज कराया जाएगा मामला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आरक्षण से संबंधित वीडियो को एडिट करके इस तरह से पेश किया गया है. जैसे कि अमित शाह किसी कार्यक्रम में कह रहे हों कि एक दिन एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा जो कि यह सच नहीं है.
इस वीडियो को वायरल किया गया है. इसमें कई प्रमुख नाम ही शामिल हैं. इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री को भी नोटिस किया है. इसको लेकर झारखंड में भी हलचल है.भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा में रांची के अरगोड़ा थाना में मामला दर्ज कराया है. जिसमें इस वीडियो को कथित रूप से वायरल कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है. भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से दर्ज कराए गए मामले में शैलेंद्र हाजरा और एक अन्य व्यक्ति रुपेश रजक को नामजद किया गया है.भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ के संयोजक सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आईपीसी के अलावा आईटी एक्ट में भी इस तरह के मामले में कार्रवाई हो सकती है.
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