पटना(PATNA): बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री राबड़ी देवी कम पढ़ी लिखी हैं. उन्होंने पांचवी कक्षा तक ही पढ़ाई की है. बावजूद वे बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं. कम पढ़ी लिखी होने के कारण बिहार के राजनीतिक गलियारों में कई बार वे विवादों में भी घिरी रहीं. राजनीतिक दल के नताओं ने राबड़ी देवी पर तंज भी कसा लेकिन उन्होंने कभी इसका जवाब नहीं दिया. लेकिन आज पहली बार राबड़ी देवी ने बताया कि आखिर उन्होंने पांचवीं कक्षा तक ही क्यूं पढ़ाई की.
आखिर पांचवीं तक ही पढ़ाई क्यों की
दरअसल राबड़ी देवी अभी गोपालगंज गई हुई हैं. गोपालगंज पहुंचने के बाद वे अपने मायके सेलार कला में राजद सुप्रीमो के साथ पहुंची. जहां पहुँचने के बाद राबड़ी देवी को स्कूल की पुरानी यादें खींच लाई. जिस स्कूल में राबड़ी देवी ने बचपन की पढ़ाई-लिखाई की उस स्कूल में राबड़ी देवी पहुंची और छात्राओं से बातचीत करते हुए शिक्षिका की भूमिका में नजर आईं.
इसी बीच राबड़ी देवी ने भावुक होकर कहा कि जब हमारा बचपन था उस वक्त गांव में पांचवीं कक्षा तक ही स्कूल था. बेटियों को लोग स्कूल में पढ़ने के लिए नहीं भेजते थे. राबड़ी देवी ने कहा कि मेरी पढ़ाई पांचवीं तक हुई. आगे की कक्षा के लिए गांव में स्कूल नहीं था. राबड़ी देवी ने कहा कि जब वे बिहार की सीएम बनीं तो सेलार कला में राबड़ी देवी बालिका प्लस-टू स्कूल का निर्माण करवाया.
राबड़ी देवी ने कहा छात्राओं की मांग होगी पूरी
उन्होंने कहा कि आज बेटियों को प्लस-टू स्कूल में पढ़ते देख खुशी हो रही है. राबड़ी देवी के साथ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके बड़े बेटे मंत्री तेज प्रताप यादव भी थे. राबड़ी देवी ने कहा कि छात्राओं ने उर्दू और संस्कृत विषय के शिक्षक की डिमांड की है. इसके लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिया जाएगा.साथ ही दो अतिरिक्त कमरा और कंप्यूटर क्लास भी बनवाया जाएगा.
छात्राओं ने स्वागत गान से लालू और राबड़ी का किया स्वागत
वहीं, राबड़ी देवी के क्लास साथी सेलार कला के रहनेवाले मंसूर अली ने कहा कि बचपन से राबड़ी देवी मिलनसार थीं. सभी को साथ लेकर चलती थीं. आज अपने घर उनको देखकर खुशी की अनुभूति महसूस हो रही है. इससे पहले लालू प्रसाद और राबड़ी देवी का छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत कर उनका स्वागत किया.
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