रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे तीन भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने राज्य की हेमंत सरकार की नीतियों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नियोजन नीति पर पहले ही विधि विभाग के सचिव ने आपत्ति व्यक्त की थी. उन्होंने कहा कि इसमें मुख्य रूप से भाषा का विवाद था. सरकार ने जान बूझकर ऐसी नियोजन लाई जो रद्द हो जाए और अब नियोजन रद्द हो गई तो इसे बाहरी भीतरी से जोड़ रहे हैं.जिसने कोर्ट में याचिका दायर किया वह बाहरी हो गया और जिसने यह गलती का साथ दिया वह सरकार का है.
युवाओं के भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही हेमंत सरकार
उन्होंने कहा कि बिना बहस किए 1932 का प्रस्ताव भी सरकार ने 9वीं अनुसूची में भेजने का काम किया है. यह भी आगे जाकर रद्द हो जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है कि हम कवच पहना रहे है यह कवच नहीं युवाओं को कफन पहनाने के बराबर है. अगर आपमें जरा सी भी नैतिकता बची है तो इसे अपने कैबिनेट से पास कीजिए. विधायक ने कहा कि जानबूझकर हेमंत सरकार युवाओं के भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है. हेमंत सोरेन को युवाओं से माफी मांगनी चाहिए. जिन युवाओं को का उम्र खत्म हो गया वह अब क्या करेंगे.
रिपोर्ट : समीर हुसैन, रांची
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