टीएनपी डेस्क(TNP DESK): 4 अक्टूबर, 2022 को ईडी और आईटी ने झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कई बड़े कारोबारी और राजनेता के यहां छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान जो दो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में रहे वो थे अनूप जयमंगल सिंह और प्रदीव यादव. बता दें कि अनूप सिंह बेरमो विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक हैं. वहीं, प्रदीप यादव भी पौड़ियाहाट विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर विधायक हैं. दोनों के आवास और कई ठिकानों पर आईटी ने लगभग 38 घंटे तक रेड की. हालांकि, इस दौरान आईटी को उनके पास से कुछ खास हाथ नहीं लगा. लेकिन अब सवाल ये उठता है कि क्या दोनों विधायक पर से रेड का खतरा खत्म हो गया या ये रेड सिर्फ आने वाले तूफान से पहले की आहट है.
38 घंटे तक रेड क्यों?
रेड के दौरान आईटी की टीमों को दोनों राजनेताओं के यहां से ज्यादा कुछ हाथ नहीं लगा है. जानकारी के अनुसार कांग्रेस विधायक अनूप सिह के घर से महज 70 हजार रूपए जबकि विधायक प्रदीप यादव के यहां से 2 लाख से कुछ ज्यादा नकद ही मिले हैं. ऐसे में एक सवाल जो सबसे ज्यादा सोचने पर मजबूर कर रही है वो ये कि जब आईटी की टीम को कुछ हाथ ही नहीं लगा फिर ये छापेमारी इतनी लंबी क्यों गई?
IT दूसरे विभाग की लेगी मदद
दरअसल, आईटी टीम को नेताओं के यहां से महज कुछ ही नगदी की बरामदगी के बाद एक सवाल खड़ा हो चुका है. क्या आयकर विभाग ही पूरे मामले का खुलासा करेगी या फिर आईटी जांच के दायरे को बढ़ाते हुए ED जैसी दूसरी एजेंसी से मदद लेगी. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इन विधायकों पर बड़े पैमाने में टैक्स चोरी का आरोप था. ऐसे में उनके ठिकानों से महज हजारों में कैश का मिलना कई सवाल खड़े करते हैं? क्या विधायकों द्वारा पैसे कहीं खपा दिए गए थे या फिर दोनों पर लगाया आरोप ही बेबुनियाद था. वहीं, अनूप सिंह ने भी इस मामले पर बोला है कि अभी इनके खिलाफ कई और टीमों को लगाया जा सकता है. लेकिन वो डरेंगे नहीं.
क्या IT के बाद ED की होगी एंट्री !
दरअसल, दोनों राजनेताओं के यहां से आईटी की छापेमारी एक दिन पहले ही खत्म हो गई है. लेकिन अभी तक आईटी ने अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की है. ऐसे में आईटी की रेड पर विधायक अनूप सिंह ने भी सवाल खड़े किए हैं? ऐसे कई पहलू है जो आईटी के खुलासे के बाद ही साफ हो पायेगा. क्या सच में आईटी का इस्तेमाल जानबूझकर इन विधायकों के खिलाफ किया गया या फिर मामला कुछ और है. दरअसल, विधायक अनूप सिंह ने भी मीडिया से बात करते हुए आयकर के छापे पर सवाल खड़ा किया था.
रेड खत्म होने के बाद अनूप सिंह ने भाजपा को घेरा
रेड खत्म होते ही अनूप सिंह ने मीडिया से बात की और उन्होंने खुलकर अपना पक्ष रखा. इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा संवैधानिक और स्वतंत्र एंजेंसियों का गलत और राजनीति से प्रेरित इस्तेमाल कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वो भाजपा में शामिल नहीं हुए इसलिए उनके आवास पर छापेमारी की जा रही है. हालांकि, उन्होंने ये भी साफ किया कि वो इस जन्म में तो भाजपा ज्वाइन नहीं करेंगे. उनका पूरा परिवार कांग्रेसी है और वो यूपीए के साथ ही रहेंगे.
अनूप सिंह के बैंक खातों और लॉकर पर रोक
विधायक अनूप सिंह के यहां छापेमारी के बाद आईटी ने उनके खिलाफ एक और बड़ा एक्शन लिया है. आयकर विभाग ने अनूप सिंह के बैंक खातों और लॉकरों के संचालन पर रोक लगा दिया है. खातों से कोई छेड़छाड़ ना हो इसके लिए ये रोक लगाई गई है.
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