बाबुओं की नजर और सरकारी कागजों में मर चुका था बुजुर्ग, पहुंचा दफ्तर कहा - साहब ‘मैं अभी जिंदा हूं’ दे दो पेंशन

बोकारो जिले के कसमार के एक बुजुर्ग को सरकारी कागजों में तो मार दिया गया , लेकिन असल जिंदगी में वह पेंशन के लिए दर-दर ठोकर खा रहा था और बाबुओं के सामने फरियाद कर खुद के जिंदा होने का सबूत और दलिलें पेश कर रहा था . लेकिन, बाबुओं को इस बुजुर्ग के दर्द से न कोई वास्ता और न मतलब था.

बाबुओं की नजर और सरकारी कागजों में मर चुका था बुजुर्ग, पहुंचा दफ्तर कहा - साहब ‘मैं अभी जिंदा हूं’ दे दो पेंशन