टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-धनबाद जेल में कुख्यात अमन सिंह की हत्या के बाद कई सवालों को जन्म दिया और इसे लेकर जेल प्रशासन पर ही गंभीर सवाल उठाये गये. अमन सिंह की दिन में ही जेल के अंदर से गोलियों से भूनने के बाद हरकोई हतप्रभ रह गया और सीधी उंगली जेल की निगाहबानी करने वाले मुलाजिमों पर लगी. हालांकि, इस हत्याकांड के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. इसी का नतीजा ये है कि जेलों में कैदियों के साथ जेल प्रशासन की सांठ-गांठ को मिटाने की कवायद को लेकर कैदियों को दूसरे जेलो में स्थातंरण करने का फैसला लिया है. इसे लेकर गृह सचिव ने पहले ही निर्देश दिया था, इसे लेकर सभी जिलों के उपायुक्तों, एसएसएसपी-एसपी को कैदियों की गतिविधियों की समीक्षा कर रिपोर्ट देने के लिए आदेश जारी किया था
अमन सिंह की हत्या के बाद प्रक्रिया तेज
इस आदेश में ये साफ किया गया था कि जिस किसी जेल में कैदियों के बीच गैंगवार की आशंका या आपत्तिजनक गतिविधियों की जानकारी मिले. वहां तत्काल दूसरे जेल में ट्रांसफर किया जाए और इसकी जांच की जाए. दरअसल, धनबाद मंडल कारा में अपराधी अमन सिंह की हत्या के इस प्रक्रिया में तेजी आई है. जेल अधीक्षक और जेलर के स्थानांतरण के बाद कक्षपाल, लिपिकों के स्थानांतरण की भी सूची जल्द जारी होगी. जेल प्रशासन-कैदी गठजोड़ के लगातार हो रहे खुलासे के बाद जेल निरीक्षणालय भी इस तैयारी में है कि जेलों में कैदियों के साथ जेल प्रशासन की मिलिभगत को कैसा तोड़ा जाए.
जेल में निचले स्तर के कर्मियों की भारी कमी
राज्य की जेलों में निचले स्तर पर कर्मियों की भारी कमी देखी जा रही है. इसी का नतीजा है कि उनके बदले में सैप के जवानों की सेवा ली जा रही है. स्थाई नियुक्ति के लिए राज्य सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है. ऐसे बताया जा रहा है कि बहुत जल्द निचले स्तर पर भी नियुक्ति होगी. स्थायी इंतजाम होने तक सैप के भूतपर्व सैनिक जेल की सुरक्षा संभाले रहेंगे.
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