रांची(RANCHI): ग्रामीण विकास विभाग में हुए टेंडर घोटाले में अब IAS अधिकारी मनीष रंजन ईडी के शिकंजे में आ गये है. समन भेज कर पूछताछ के लिए क्षेत्रीय कार्यालय बुलाया गया है. ईडी के समन पर अधिकारी 11.30 बजे दफ्तर पहुंच गए है. अब कमीशन से जुड़े मामले में पूछताछ शुरू हो गई है. यह मनीष रंजन का दूसरा समन है पहले समन पर समय की मांग की गई थी. बता दे कि ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम पहले से ईडी की रिमांड पर है. अब दोनों से आमने सामने बैठा कर पूछताछ की जा सकती है.
ग्रामीण विकास विभाग में बड़े पैमाने पर कमीशन का खेल खेला गया है. इसमें मंत्री से लेकर अधिकारी तक हिस्सा पहुंचाया जाता था. इसका खुलासा मंत्री की एक डायरी से हुआ है. मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ में भी बात सामने आई कि टेंडर कमीशन में रकम की वसूली की जाती थी. जिसके बाद ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव मनीष रंजन को ईडी ने तलब किया है. इनसे लंबी पूछताछ होनी है.सवालों की लिस्ट ईडी के अधिकारियों ने तैयार कर रखा है.
मनीष के सवाल से संतुष्ट नहीं होने पर इनपर कार्रवाई भी हो सकती है. क्योंकि अब तक की जांच में जिस तरह से साक्ष्य इनके खिलाफ मिले है. यह काफी अहम है,दस्तावेज दिखा कर ईडी के अधिकारी सवाल करेंगे. जिसके बाद इस विभाग के अन्य अधिकारी को भी समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा.
बता दे कि टेंडर कमीशन का खुलासा एक साल पहले हुए छापेमारी में हुआ था. ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के ठिकानों से दस्तावेज मिले थे.उसके बाद फिर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम के PS संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम के ठिकानों से बरामद नोट की गड्डी और दस्तावेज ने मंत्री को लपेटे में ले लिया.इसके बाद अब मंत्री से निकली जानकारी आगे अधिकारियों के लिए आफत बन गई है.
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