गोपालगंज(GOPALGANJ): आजकल के मॉडर्न युग में लोग भव्य शादियां करते है, जिसमे दुल्हे की धूमधाम से बारात निकाली जाती है, दुल्हे घोड़ी या फिर महंगी गाड़ियों में सवार होकर अपनी दुल्हनियां को लेने पूरी बारात के साथ जाते है, लेकिन बिहार के गोपालगंज जिले से बारात की एक अनोखी तस्वीर सामने आई है, जहां दुल्हा घोड़ी या कार पर नहीं बल्कि नाव पर सवार होकर अपने ससुराल जाते दिखे.यहां तक की बारातियों को भी बारी बारी से नाव पर सवार होकर ऊंचे स्थान पर आनी पड़ी जहां से वाहन पर सवार होकर जाना पड़ा.
बाढ़ के पानी से निमुइया पंचायत पूर्ण रूप से 22 गांव प्रभावित हो गए हैं
तस्वीरें गोपालगंज जिले के माझागढ़ थाना के निमुइया पंचायत के भृगुन राउत टोला गांव की है.जहां दो दिन पूर्व से गंडक नदी में आई बाढ़ के पानी से निमुइया पंचायत पूर्ण रूप से 22 गांव प्रभावित हो गए हैं.जहां गांव में बाढ़ का पानी घुस चुका है. जिससे लोगोका जीवन अस्त वयस्त हो चुका है. नतीजतन इस गांव के विकाश यादव नाम के दुल्हे को मजबूरी में सजधज कर दो किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए नाव की सवारी करनी पड़ी.जब नाव से उतरने के लिए तैयार हुए तो कैमरा देखते ही शरमा गए और अपने चेहरे को छिपा तेजी से भाग खड़ी कार में छिप गए.
पढ़ें क्यों दुल्हे को नाव पर निकालनी पड़ी बारात
बता दें कि गोपालगंज के विकास कुमार यादव की शादी पूर्वी चंपारण के मलाही गांव के सत्येंद्र यादव की पुत्री से होनी थी. जहां बारात लेकर जाना था, लेकिन दूल्हे विकास यादव को ये अंदाजा नहीं था कि बारात लेकर जाने के समय बाढ़ के प्रभाव से घिर जायेगे. सरपंच ने कहा कि दूल्हा विकास यादव की शादी है. इनका बारात लेकर पूर्वी चंपारण के मलाही गांव जा रहे है.अचानक बाढ़ के पानी आ जाने के कारण घर भीरगुन राउत टोला से गौसिया तक नाव की सवारी करनी पड़ी है.क्योंकि नाव छोड़कर दूसरा कोई आने जाने का साधन नही है.नाव से बारात ले जाना अच्छा तो नही लग रहा पर मजबूरी है. कल विदाई कराकर लौटने पर दुल्हन भी नाव से ही घर जायेगी.
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