कट्टर विरोधी का भाजपा में " हार्दिक " स्वागत, बोले - पीएम मोदी विश्व के गौरव, छोटा सिपाही बन कर उनके लिए करूंगा काम


टीएनपी डेस्क(TNP DESK): राजनीति में कोई ना किसी का दोस्त होता है और ना ही कोई किसी का दुश्मन. कुछ ऐसा ही नजारा आज देखने को मिला, जब पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने आज बीजेपी जॉइन कर लिया. कभी बीजेपी के विरुद्ध अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले हार्दिक को बीजेपी के कई नेताओं ने देशद्रोही तक कहा था. हार्दिक पटेल के कारण बीजेपी के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक गई. मगर, आखिरकार एक-दूसरे के धूर विरोधी हार्दिक पटेल और बीजेपी एक-दूसरे के हो गये.
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भाजपा में शामिल होने से पहले हार्दिक ने क्या किया ट्टवीट
हार्दिक पटेल अहमदाबाद स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर कमलम में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में शामिल हुए. इस दौरान बीजेपी नेता नितिन पटेल, गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल भी मौजूद रहे. हार्दिक पटेल ने ये भी दावा किया है कि कांग्रेस में कुछ और पाटीदार नेता हैं जो आने वाले समय में पार्टी का साथ छोड़ेंगे.
“प्रधानमंत्री का छोटा सिपाही बनना चाहता हूं”
वहीं हार्दिक पटेल ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा कि समाज हित, देश हित में मोदी जी के साथ छोटा सा सिपाही बन कर मैं मोदी जी के साथ काम करना चाहता हूं. पीएम नरेंद्र मोदी विश्व के गौरव हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित और समाज हित के इस भगीरथ कार्य में आगे बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो राष्ट्र सेवा का काम चल रहा है उसमें छोटा सा सिपाही बनकर काम करने के लिए नए अध्याय की शुरूआत कर रहा हूं.
हार्दिक पटेल ने 2015 में पाटीदार आंदोलन से की थी राजनीतिक सफर की शुरुआत
हार्दिक पटेल को 2015 के पहले कोई नहीं जानता था. वह राष्ट्रीय स्तर पर 2015 में चर्चा में तब आए जब पाटीदार आरक्षण की मांग के लिए सूरत में उन्होंने एक विशाल रैली की जिसमें 3 लाख से ज़्यादा लोगों के जुटने का दावा किया गया. इसके बाद उसी साल 2015 में 25 अगस्त को अहमदाबाद के जीएमडीसी ग्राउण्ड में हार्दिक पटेल ने पांच लाख से ज्यादा लोगों के साथ क्रांति रैली की. इस रैली में हार्दिक ने मांग रखी थी कि जबतक गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल वहां आकर ज्ञापन नहीं लेती तब तक वो वहां से नहीं हटेंगे. इसके बाद उन सबको हटाने के लिए पुलिस ने वहां लाठी चार्ज किया. जिसके बाद पूरे गुजरात में पाटीदार सड़क पर उतर आए. इस हिंसा में 14 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद हार्दिक पटेल के साथ कई लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था.
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