रांची (RANCHI) : राजधानी रांची से सटे नामकुम इलाके का एक आदिवासी लड़का रॉबिन मिंज अब इंग्लैंड की घरती पर क्रिकेट की ट्रेनिंग लेगा. उसे आईपीएल की टीम मुंबई इंडियंस ने ट्रेनिंग देने का जिम्मा उठाया है. उसकी ट्रेनिंग अगस्त माह से शुरू होगी. रॉबिन के क्रिकेट कोच बताते है कि रॉबिन पहले मुंबई इंडियंस टीम के ट्रायल से छंट गया था. लेकिन तीन दिन बाद टीम ने रॉबिन को कॉल कर पासपोर्ट तैयार करने को कहा और उसे बताया गया की अगस्त में वह इंग्लैंड में आगे की तैयारी करेगा. उसकी इस सफलता से न केवल उसका परिवार बल्कि उसके दोस्त और कोच भी काफी खुश है.
8 की उम्र से खेल रहा क्रिकेट
रॉबिन ने बताया कि जब वह 8 साल के था तब से क्रिकेट खेल रहा हैं. उस के अंदर बचपन से ही क्रिकेट खेलने का जुनून था. इस जुनून को नोटिस करते हुए उसके पिताजी ने रॉबिन को क्रिकेट एकेजमी में एडमिशन कराया. साथ ही उसे खेलने के लिए प्रेरीत करते रहे. रॉबिन ने बताया कि आज जो कुछ भी मुझे मिला है उसमें पूरा हाथ मेरे पापा और मेरे कोच का है. क्योंकि उनके सपोर्ट के कारण ही आज मुझे इतनी बड़ी सफलता मिली है. साथ ही रॉबिन ने बताते कि महेंद्र सिंह धोनी उनके आदर्श हैं. वह विकेटकीपिंग भी करते हैं और उनका विकेटकीपिंग का तरीका बहुत अच्छा लगता है. रॉबिन का कहना है कि जिस तरह से धोनी अपने सूझबूझ के साथ खेलते हैं, वह देखना अद्भुत है. हर समय, हर स्थिति में उनकी शांति, अच्छा व्यवहार और अनुशासन- उसे काफी प्रेरित करती हैं
अपने शानदार प्रदर्शन से सेलेक्टरों का ध्यान अपनी ओर खींचा
पिछले साल भी रॉबिन को लखनऊ सुपरजाइंट्स, दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स ने चयन के लिए बुलाया था, लेकिन उनका सेलेक्शन नहीं हो सका था. जिस से वह काफी नाराश हो गया था. बता दें कि रॉबिन मिंज ने रांची में चंचल भट्टाचार्या, एसपी गौतम व आसिफ हक की देखरेख में क्रिकेट की बारीकियों को सीखा. रॉबिन मिंज अंडर-19 और अंडर-25 में अपने शानदार प्रदर्शन से सेलेक्टरों का ध्यान अपनी ओर खींचा, कोच चंचल भट्टाचार्य ने बताया कि रॉबिन ने बहुत मेहनत की थी, आज उसी का परिणाम मिला है.
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