टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-हिन्दुस्तान चार दशक के बाद भारतीय ओलंपिक कमिटी के सत्र की मेजबानी करेगा. आर्थिक राजधानी मुंबई में 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक सत्र चलेगा, जो इसका 141वां संस्करण होगा. भारत के लिए ये एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देखी जा रहा है. क्योंकि, इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन ओलंपिक के लिए जाते हैं.
IOC अध्यक्ष का स्वागत
इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी के अध्यक्ष थॉमस बेक का अपने आवास में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और रिलायंस फाउंडेशन के संस्थापक औऱ अध्यक्ष नीता अंबानी ने गर्मजोशी से स्वागत किया. पारंपरिक अंदाज में हुए स्वागत पर थॉमस बेक भी बेहद खुश नजर आए और उनके चेहरे पर मुस्कान दिखी. बेक ने बताया कि भारत ने ओलंपिक खेलों की मेजबानी में दिलचस्पी दिखाई है. खेलों के मुहाकुंभ में टी 20 क्रिकेट को फिर से शामिल करने का यह सबसे सही माध्यम होगा. उन्होंने ये भी कहा कि 2036 में भारत ओलंपिक की मेजबानी की देवादेरी पेश करने की चर्चा है.इस संभावना पर बेहद गंभीरता से चर्चा की जाएगी.
जानिए IOC सत्र क्या है
141वें आईओसी सत्र की मेजबानी मिलने के बाद भारत के लिए बेहद सम्मान की बात है. दरअसल, इसी सत्र में ओलंपिक से जुड़े सभी अहम फैसले लिए जाते हैं और प्रमुख गतिविधियों पर चर्चा की जाती है. यह इतना मायने रखता है कि इसी में ओलंपिक चार्टर को अपनाना, संशोधन करना, आईओसी सदस्यों और पदाधिकारियों का चुनाव. इसके साथ-साथ ओलंपिक के मेजबान शहर के चुनाव पर भी फैसला लिया जाता है.
नीता अंबानी का महत्वपूर्ण योगदान
रिलायंस फाउंडेशन की चेयरमेन नीता अंबानी IOC सदस्य के रूप में चुनी जाने वाली पहली भारतीय महिला हैं. दरअसल, नीता अंबानी की मेजबानी में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने फरवरी 2022 में बीजिंग में 139वें IOC सत्र में एक प्रस्ताव रखा था. जिस पर 99 फीसदी प्रतिनिधियों ने समर्थन दिया था. इस भारतीय प्रतिनिधिमंडल में ओलंपिक में पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय और निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भी शामिल थे.
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