टीएनपी डेस्क(TNP DESK): भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा की टेस्ट कप्तानी में ज्यादा अंतर नहीं हैं, उन्होंने कहा कि रोहित उस शैली का अनुसरण कर रहे हैं जिसके साथ कोहली ने टीम का नेतृत्व किया. गंभीर ने दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में रोहित के टीम में उपलब्ध अपने रिसोर्सेज को संभालने के तरीके की सराहना की.
भारत ने 6 विकेट से जीता दूसरा टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम ने 6 विकेट से हरा दिया है. दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से एक रन पीछे रह गई थी. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 263 रन बनाए थे. जिसके जवाब में भारतीय टीम 262 रन ही बना सकी. लेकिन दूसरी पारी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 113 रनों पर ऑल आउट कर दिया और 4 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य को हासिल कर लिया.
रवींद्र जडेजा ने इस मैच में 11 विकेट झटके, पहली पारी में जहां उन्होंने 4 खिलाड़ियों को आउट किया तो वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 7 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा.
स्टार स्पोर्ट्स से गंभीर ने की बात
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा कि 'ईमानदारी से कहूं तो मेरा हमेशा से मानना रहा है कि रोहित शर्मा शानदार कप्तान हैं, लेकिन विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी में ज्यादा अंतर नहीं है, खासकर इस प्रारूप में, विराट कोहली ने इस खाके की शुरुआत की.'
विराट कोहली ने जब भी इस टेस्ट टीम की कप्तानी की है तो असाधारण रूप से अच्छी कप्तानी की है और रोहित शायद उसी पैटर्न का पालन कर रहे हैं. ईमानदारी से कहूं तो रोहित ने अपना खाका नहीं बनाया है. जिस तरह से विराट कोहली ने अश्विन और जडेजा को मैनेज किया, यह बिल्कुल वैसी ही कप्तानी है."
'विदेश में होगी रोहित की चुनौती'
3 टेस्ट मैचों की श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका से भारत की हार के बाद 2022 में रोहित ने कोहली से पूर्णकालिक टेस्ट कप्तान के रूप में पदभार संभाला था. कप्तान के रूप में रोहित शर्मा ने केवल 4 टेस्ट में टेस्ट टीम का नेतृत्व किया है और उनका 100 प्रतिशत रिकॉर्ड है.
उम्मीद की जा रही थी कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में रोहित शर्मा की परीक्षा होगी, लेकिन इस सीरीज में रोहित शर्मा ने शानदार कप्तानी की और सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है.
SENA देशों में होगी असली परीक्षा
हालांकि गंभीर का मानना है कि रोहित शर्मा की कप्तानी की बड़ी परीक्षा तब होगी जब भारत SENA देशों का दौरा करेगा. गंभीर ने इस बात पर जोर डाला कि जब ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में भारत को जीत दिलाने में मदद करने की बात आई तो कोहली ने वहां हमेशा ही अच्छा नेतृत्व किया था. रोहित शर्मा की भी परीक्षा वहीं होगी.
भारत लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की राह पर है. पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत न्यूज़ीलैंड से हार गया था. तब विराट कोहली भारत के कप्तान थे.
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