टीएनपी डेस्क: बीते 13 नवंबर को विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो चुका है. दूसरे और अंतिम चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा. झारखंड का राजनीतिक भविष्य दूसरे चरण के चुनाव पर ही निर्भर है. क्योंकि, दूसरे चरण में कई हाई-प्रोफ़ाइल नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. राज्य के सीएम हेमंत से लेकर भाजपा के दिग्गज बाबूलाल मरांडी भी दूसरे चरण के चुनाव पर निर्भर है. वहीं, झामुमो का गढ़ माने जाने वाले संताल परगना के सभी सीटों पर भी मतदान दूसरे चरण में ही होने वाले हैं. ऐसे में दूसरे व अंतिम चरण का यह चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है.
पहले चरण में 683 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद हो चुकी है. दूसरे चरण के 38 सीटों पर 528 प्रत्याशी अपनी किस्मत चमकाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. 528 प्रत्याशियों में 472 पुरुष, 55 महिला प्रत्याशी और एक थर्ड जेंडर प्रत्याशी भी मैदान में है. वहीं, पार्टियों कि बात करें तो 73 प्रत्याशी नेशनल, 28 प्रत्याशी झारखंड के पंजीकृत क्षेत्रीय दल (Registered Regional Party), 34 प्रत्याशी झारखंड से बाहर पंजीकृत क्षेत्रीय दल, 136 प्रत्याशी आरयूपीपी और 257 प्रत्याशी निर्दलीय हैं.
इन सीटों पर रहेगी सबकी नजर
बरहेट सीट पर झामुमो से हेमंत सोरेन तो भाजपा से गमलियल हेम्ब्रम आमने सामने हैं.
नाला सीट पर झामुमो से रबीन्द्रनाथ महतो तो भाजपा से माधव चंद्र महतो.
धनबार सीट पर भाजपा से बाबूलाल मरांडी तो झामुमो से निजामुद्दीन अंसारी.
गांडेय सीट पर झामुमो से कल्पना सोरेन तो भाजपा से मुनिया देवी.
चंदनक्यारी सीट पर झामुमो से उमाकांत रजक तो भाजपा से अमर कुमार बाउरी.
सिल्ली सीट पर आजसू से सुदेश महतो तो जेएलकेएम से देवेंद्र महतो और झामुमो से अमित महतो.
डुमरी सीट पर झामुमो से बेबी देवी तो जेएलकेएम से जयराम महतो.
जामताड़ा सीट पर भाजपा से सीता सोरेन तो कांग्रेस से इरफान अंसारी.
ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि कौन किस सीट पर बाजी मारेगा और कौन सी पार्टी झारखंड की सत्ता पर राज करेगा. हालांकि, ये फैसला तो अब झारखंड की जनता के हाथों में है. अब जनता ही तय करेगी उन्हें किस पार्टी के सिर पर जीत का ताज सजाना है. इस बात का पता तो अब 23 नवंबर को मतगणना के बाद ही चलेगा.
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