टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सदस्यता कोलार में दिए एक बयान के कारण गई. सूरत की एक कोर्ट ने कोलार में दिए गए मोदी सरनेम पर बयान मामले पर सजा सुनाई है. यह कोलार कर्नाटक राज्य में है. कोलार में दिए मोदी सरनेम पर बयान को लेकर उन्हें मानहानि का मुकदमा झेलना पड़ा और अंततः उन्हें 2 साल की सजा हो गई लिहाजा उनकी सदस्यता भी चली गई. उसके बाद से पूरे देश में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगातार जारी है. सूरत कोर्ट के द्वारा सुनाई गई सजा के पीछे कथित रूप से भाजपा का हाथ होने का आरोप कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का रहा है. एक बार फिर उसी कोलार में जाकर राहुल गांधी भाषण देने वाले हैं.
राजनीतिक मैदान में मोदी के खिलाफ मोर्चाबंदी की कोशिश
हम सभी जानते हैं कि कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा हो गई है. 10 मई को इसके लिए मतदान होंगे. फिलहाल यहां भाजपा का शासन है. कांग्रेस यहां एक क्षेत्रीय दल के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में है. इसी 5 अप्रैल को राहुल गांधी कोलार में अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. सजा मिलने और उसके बाद सदस्यता जाने के उपरांत राहुल गांधी राजनीतिक मैदान में मोदी के खिलाफ मोर्चाबंदी की कोशिश कर रहे हैं. यूपीए घटक के अन्य दल भी उनके साथ हो रहे हैं.
राजनीतिक समीक्षक मानते हैं कि कर्नाटक के कोलार में चुनावी सभा करने का निर्णय राहुल गांधी ने इसलिए लिया है कि वह उसी जमीन से चुनावी अभियान की शुरुआत करना चाहते हैं जहां उनके बयान के कारण उन्हें सजा हुई है. इससे उन्हें भावनात्मक लाभ चुनाव में मिल सकता है. भाजपा के एक नेता कहते हैं कि राहुल गांधी का यह इमोशनल कार्ड नहीं चलने वाला है. राहुल गांधी गलतफहमी में जी रहे हैं. एक समाज विशेष को अपमानित कर उन्होंने पूरे पिछड़े वर्ग को अपमानित किया है. जनता इसे नहीं भूलेगी.
भाजपा के लिए कर्नाटक चुनाव हो सकता है चुनौतीपूर्ण
बहरहाल, कर्नाटक विधानसभा का चुनाव रोचक होने जा रहा है. भाजपा के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है. विधानसभा चुनाव की घोषणा के दिन हाय सर्वेक्षण में इस बार के चुनाव में कर्नाटक में भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है. कांग्रेस एलाइंस को लाभ दिखाया गया है. कांग्रेस के लोग सर्वेक्षण रिपोर्ट से उत्साहित है. वैसे भाजपा नेताओं का मानना है कि हाल ही में उत्तर-पूर्व के 3 राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है. ऐसा ही प्रदर्शन कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी आएगा.
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