झारखंड में रघुवर राज की होगी वापसी! जानिए किसका कटने वाला है पत्ता, क्या मिल सकती है जिम्मेवारी

रांची (RANCHI) : ओडिशा के राज्यपाल के पद से एकाएक इस्तीफा देने से एकबार फिर से झारखंड की सियासत गरमा गई है. सुत्रों की मानें तो रघुवर दास को भाजपा एक बार फिर बड़ी से जिम्मेदारी दे सकती है. राजनीतिक गलियारों में इनके नाम पर दो तरह की चर्चाएं हैं. पहली यह कि उन्हें प्रदेश संगठन में जिम्मेदारी देकर झारखंड में भाजपा को मजबूत करने का दायित्व दे सकती है. वहीं दूसरी चर्चा यह है कि जेपी नड्डा के बाद उन्हें पार्टी की बागडोर सौंपी जा सकती है. गौरतलब है कि जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म होने वाला है, ऐसे में चर्चा है कि रघुवर दास को भाजपा में कोई बड़ा पद मिल सकता है.
रघुवर दास के अचानक इस्तीफे से इस बात को भी बल मिला है कि बीजेपी को ओबीसी का चेहरा मिल गया है. विधानसभा चुनाव में पार्टी को ओबीसी चेहरे के संकट से जूझना पड़ा था. ये बात पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व भी समझ गई है. भाजपा के शीर्ष सूत्रों की मानें तो रघुवर दास बाबूलाल मरांडी की जगह लेंगे और झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनेंगे. इसलिए बाबूलाल मरांडी को विपक्ष का नेता बनाया जाएगा.
सक्रिय राजनीति में वापसी की चर्चा पहले से भी थी
चुनाव से पहले ही चर्चा थी कि वे भाजपा की सक्रिय राजनीति में वापसी करेंगे और जमशेदपुर पूर्वी से भाजपा के उम्मीदवार होंगे. हालांकि रघुवर दास इसमें सफल नहीं हुए, लेकिन वे अपनी बहू को भाजपा से टिकट दिलाने में सफल रहें. उनकी बहू चुनाव जीत गई है.
अक्टूबर 2023 में रघुवर दास को राज्यपाल बनाया गया
पार्टी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को सक्रिय राजनीति से अलग कर पड़ोसी राज्य ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया था. वे पिछले साल अक्टूबर में राज्यपाल बने थे. राजनीतिक हलकों में चर्चा थी कि रघुवर दास को झारखंड की राजनीति से इसलिए दूर रखा गया है, ताकि पार्टी बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ सके. विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था. नतीजों के बाद संगठन को स्वस्थ बनाने के लिए संगठनात्मक कार्यक्रम तय किए गए हैं. फरवरी 2025 तक प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिल जाएगा.
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