Ranchi- मानहानि मामल में राहुल गांधी की सदस्यता गंवाने के बाद पूरे देश में बवाल है, कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की ओर से देश की राजधानी से लेकर जिला स्तर तक संकल्प सत्याग्रह का आयोजन किया जा रहा है. करीबन सभी जिलों में बापू की प्रतिमा के आगे उनकी भीड़ जुटी हुई है.
अलग-थलग खड़ा विपक्ष को मिला एक साथ खड़ा होने का मौका
कहा जा सकता है कि कल तक अलग-अलग खड़ा विपक्ष आज एक साथ खड़ा होता दिख रहा है, या यों कहें कि इसकी शुरुआत होती दिख रही है. उनके सूर-ताल मिलते दिख रहे हैं. शायद राहुल का सदस्यता गंवाना विपक्ष एकता के लिए एक टर्निंग प्वाइंट बन गया. इसके पहले तक विपक्षी खेमे को एक मंच पर लाना कांग्रेस के लिए भी एक चुनौती बन कर खड़ी थी. लेकिन आज की जमीनी हकीकत बदल रही है, पूरा विपक्ष एक सूर ताल में राहुल गांधी के साथ खड़ा होता दिखने लगा है, विपक्षी दलों के बीच की दूरियां दरकने लगी है.
अब झामुमो ने भी खोल मोर्चा
अब इसी कड़ी में झामुमो ने भी अपना मोर्चा खोल दिया है. सीएम हेमंत के बाद अब इस मुद्दे पर झामुमो की ओर से मोर्चा खोलते हुए पार्टी प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा है कि हम आंदोलन की उपज हैं, डरने वाले नहीं है. मनोज पांडे यही नहीं रुके, उन्होंने यहां तक कह दिया कि हेमंत सोरेन एक आन्दोलनकारी का बेटा है, आन्दोलनकारियों के खून में भय नहीं होता. संघर्ष उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा होता है.
भय, डर और आतंक के साये में विपक्ष नहीं, भाजपा को डरा रहा है 2024 का परिणाम
विपक्षी दलों पर केन्द्रीय एजेंसियों की सभी कार्रवाई को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी दल इन कार्रवाइयों से डरने वाली नहीं है. सच्चाई यह है कि वह कोशिश जितनी कर लें, लेकिन आज भय, डर और आतंक के साये में विपक्ष नहीं, बल्कि भाजपा है, 2024 का भय उस पर इस कदर हावी है कि वह अब कुछ भी किये जा रहा है. उसकी राजनीतिक परिणति क्या होगी, यह भी सोचने का वक्त उसके पास नहीं है.
4+