Ranchi- जामताड़ा से कांग्रेसी विधायक इरफान अंसारी ने मणिपुर हिंसा में पीड़ित आदिवासी बहनों के लिए अपने पांच माह का वेतन बतौर राहत देने का एलान किया है, इसके साथ ही उन्होंने झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय से मणिपुर जाने के लिए इजाजत की मांग की है.
विधायक इरफान अंसारी ने कहा है कि जिस विभत्स तरीके से मणिपुर में आदिवासी बहनों के साथ निर्दयता के साथ सार्वजनिक बलात्कार किया गया, नग्न कर उनका परेड करवाया गया, उससे पूरे देश का सिर शर्म से झुक गया है, हम किस मुंह से आदिवासियों का सम्मान की बात करेंगे. हालांकि इस राशि से उनकी जिंदगी में कोई बड़ा बदलाव नहीं आयेगा, क्योंकि कोई भी राशि चाहे वह कितनी हो, उनके दुखों पर मरहम नहीं लगाया जा सकता, क्योंकि चोट उनकी आत्मा को लगी है, लेकिन केन्द्र और राज्य की सरकार उनके साथ न्याय करने के बजाय उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
वहां के हालात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि एक ऐसा फौजी जिसने कारगिल युद्ध में अपने शौर्य का परिचय दिया था, अपनी जिंदगी को दांव पर लगाया था, उसकी पत्नी को भी दरिंदों ने नग्न कर सार्वजनिक परेड करवाया. बावजूद इसके राज्य और केन्द्र की सरकार ने उनकी सुरक्षा को लेकर कोई कदम नहीं उठाया, राज्य सरकार ही वहां एक पार्टी बन गयी. आदिवासियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है.
इस बीच झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने इरफान अंसारी के इस निर्णय का स्वागत किया है, उन्होंने कहा है कि इस संकट की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़ा होकर इरफान ने बड़े दिल का परिचय दिया है.
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