Jharkhand Politics: सरकार गठन के बाद भी मंत्रिमंडल विस्तार में क्यों हो रही है देरी, पढें इसकी असल वजह

रांची(RANCHI): झारखंड में इंडी गठबंधन की जीत होने के बाद गठबंधन द्वारा हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनाई गई हैँ. हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को अकेले मोरहाबादी मैदान में बने मंच से मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण किया था. ऐसे में अगर अब मंत्रिमंडल विस्तार की बात की जाए तो कई कारणों से अभी भी यहाँ पेच फँसा हुआ है. मंत्रिमंडल विस्तार के लिए सभी दल अपनी अपनी दावेदारी पेश कर रहे है. इस बीच भाकपा माले द्वारा बयान दिया गया है कि मंत्रिमंडल में हमें जगह मिले या न मिले लेकिन हमारा पूरा समर्थन हेमंत सरकार को है.
पढें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव ने क्या कहा
दरअसल भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दिवाकर भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ़्रेन्स कर अपना समर्थन गठबंधन को दिया.उन्होंने कहा कि झारखंड में हमने 56 सीटों से जीत हासिल की है. जिस कारण ज़्यादा विधायक होने के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार करने में समय लग रहा है. उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार बनी है. हम सरकार का हिस्सा हैं हम सरकार को मंत्रिमंडल से नहीं देखते हैं बल्कि सरकार जनता के लिए काम करें जो जनता से वादा किया है उसे निभाने में हम सरकार की पूरी मदद करेंगे.
सरकार का जो भी फ़ैसला आएगा उस फ़ैसले के आधार पर हम आगे बढ़ेंगे-भाकपा
दिवाकर भट्टाचार्य ने कहा कि गठबंधन पर हम मंत्रिमंडल को लेकर दबाव नहीं डालनें वाले हैं. सरकार का जो भी फ़ैसला आएगा उस फ़ैसले के आधार पर हम आगे बढ़ेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस दिन भाकपा माले की संख्या बढ़ेगी उस दिन मंत्रिमंडल में जाने की मांग की जाएगी.
रिपोर्ट: महक मिश्रा
4+