दुमका(DUMKA):मणिपुर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत होते ही झारखंड की उपराजधानी दुमका में कांग्रेस नेताओं की गतिविधियां बढ़ गयी, क्योंकि झारखंड में प्रवेश करने के बाद यह यात्रा दुमका से भी गुजरेगी. वैसे तो अभी तक आधिकारिक रूप से न्याय यात्रा का रूट चार्ट जारी नहीं हुआ है, लेकिन तैयारियां शुरू हो गयी है.इसी कड़ी में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर दुमका पहुंचे. कांग्रेस भवन में उन्होंने एक प्रेसवार्ता की,उन्होंने कहा कि झारखंड में 804 किलोमीटर की लंबी यात्रा होगी.
राहुल गांधी आठ दिनों तक झारखंड में रहेंगे
वहीं राहुल गांधी आठ दिनों तक झारखंड में रहेंगे, उन्होंने कहा कि दुमका में भी आम लोग यात्रा को लेकर उत्साहित हैं. दुमका के लोग चाहते हैं कि दुमका से गुजर के जाए, गोड्डा के लोग चाहते हैं गोड्डा से होकर जाए और देवघर के लोग चाहते हैं कि देवघर में पूजा करके जाएं. उन्होंने कहा कि झारखंड में न्याय यात्रा 8 दिनों से ज्यादा भी हो सकता है, उन्होंने कहा कि इतना तय है कि फरवरी के पहले सप्ताह में राहुल गांधी का झारखंड में प्रवेश होगा और पहले जो 8 दिन की यात्रा निर्धारित है, लेकिन लोगों की भावना और लोगों का उत्साह देखते हुए एका दो दिन और यात्रा को बढ़ानी पड़ सकती है. स्थानीय नेता से फीड बैक लेने का काम कर रहे हैं कि कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहुल गांधी से जोड़ पाए.उनसे लोग मिल पाए. उसके लिए तैयारी कर रहे हैं.इस यात्रा का कितना फायदा आगामी लोक सभा चुनाव में कांग्रेस को होगा उस सवाल के जबाब ने प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनाव तो नजदीक आ गया है,लेकिन हम समझते हैं प्रायोरिटी न्याय देने की है और जो आप राहुल गांधी का रुख देखते होंगे समझते होंगे तो उनकी प्रायोरिटी होती है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिल पाए ज्यादा से ज्यादा लोगों की बात सुन पाए.
राहुल गांधी जिस ओर से गुजरेंगे निश्चित रूप से लोकसभा चुनाव में उसका लाभ मिलेगा
INDIA गठबंधन की गांठ पश्चिम बंगाल से खुलनी शुरू हो गयी है. कैसे गठबंधन की गांठ को मजबूत करेंगे, इस सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि यह पश्चिम बंगाल का मामला है.वहां के कांग्रेस अध्यक्ष इस सवाल का बेहतर जबाब दे सकते हैं. फिर भी उन्होंने कहा कि आनेवाले समय मे सब ठीक हो जाएगा.ममता बनर्जी को भी समझनी चाहिए.झारखंड में लोकसभा की सीट शेयरिंग के सवाल पर कहा कि मिल बैठ कर तय करेंगे.
ईडी को एजेंडा स्पष्ट करनी चाहिए- कांग्रेस अध्यक्ष
वहीं ईडी द्वारा सीएम आवास में सीएम से पूछताछ के दौरान सीआरपीएफ के सीएम आवास पहुंचने और सरकार द्वारा सीआरपीएफ के अधिकारियों पर केस के मामले पर कहा कि कहीं भी जब विशेष परिस्थिति होती है, तो राज्य सरकार के अधिकारी उनको इनवाइट करते हैं. बताते है कि यहां लॉ एंड आर्डर की समस्या है और हमारी पुलिस से यह चीज नहीं संभाल रही है, आप आईए. सीआरपीएफ की प्रतिनियुक्ति नक्सली क्षेत्रों में होती है. सीएम आवास नक्सली क्षेत्र तो नहीं है. बेवजह कैसे प्रवेश कर रहे थे. ईडी को एजेंडा स्पष्ट करनी चाहिए. इस तरह संघीय ढांचा को बर्बाद करने की कोशिश नहीं होनी चाहिए.हम जब मुशीबत में होंगे तो केंद्र से सहयोग मांगेंगे.सरकार को अस्थिर करने का प्रयास नहीं होनी चाहिए.
रिपोर्ट-पंचम झा
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