रांची(RANCHI): झारखंड में मंईयां सम्मान योजना सबसे बड़ी योजना है. 45 लाख लोगों को इस योजना का लाभ मिल रहा है. लेकिन राज्य की बड़ी आबादी ऐसी भी है जो इस योजना से वंचित हैं. आधी आबादी को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. कई महिलाओं ने इस योजना के लिए अपना कामकाज भी छोड़ रखा है. क्योंकि, उनका दिन प्रखंड कार्यालय और सरकारी दफ्तर में लाइन लगाने में गुजर रहा है. दरअसल, झारखंड में मंईयां सम्मान योजना की राशि को बढ़ा दिया गया है. 1,000 रुपये से बढ़ कर अब यह 25,00 रुपये हो गया है. जिसके बाद महिलायें योजना के 25,00 रुपये पाने की चाहत में दिन भर कार्यालयों में लंबी लाइन में दिख रही हैं. उन्हें इस योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. घर के कामकाज छोड़ वे पूरा-पूरा दिन अपना आवेदन जमा करने के लिए कार्यालय पहुंच रही हैं.
अंचल कार्यालय में सुबह 8 बजे से ही महिलाओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. योजना का फॉर्म जमा करने के लिए वे घंटों लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं. ऐसे में अगर उनका फॉर्म जमा हो भी जा रहा है तो कई कारणों के वजह से वह रिजेक्ट भी हो जा रहा है. वहीं, दोबारा फॉर्म जमा करने के लिए उन्हें वापस से पंचायत, आंगनबाड़ी या फिर अंचल कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. महिलाओं का कहना है कि, उन्होंने योजना के शुरूवात में ही फॉर्म भरा था लेकिन फिर भी उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला. उनके खाते में अब तक पैसे नहीं आये. आधिकारी से पूछने पर वे फिर से फॉर्म भरने को कह रहे हैं. जिसके बाद वे अब दोबारा फॉर्म भरने के लिए घंटों लंबी लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं.
राज्य के कई जिलों का यही हाल है. महिलायें योजना का फॉर्म लेकर कार्यालय इस आस के साथ पहुंच रही हैं कि शायद इस बार उनके फॉर्म को स्वीकार कर लिया जाए. वहीं, कई कार्यालयों में सरकारी अधिकारियों की ओर से सर्वर डाउन का हवाला देकर महिलाओं को वापस भेज दिया जा रहा है. जिससे महिलायें हर दिन कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. कई महिलाओं में सरकार को लेकर नाराजगी भी देखी जा रही है. महिलाओं का कहना है कि हेमंत सरकार इस बात पर ध्यान ही नहीं दे रही है. अधिकारी सिस्टम का सर्वर डाउन होने की बात कर रहे हैं. कई बार ऑनलाइन और ऑफ़लाइन तरीके से फॉर्म जमा करवा रहे हैं लेकिन फिर भी अब तक इससे संबंधित कोई भी मैसेज नहीं आया है. यदि सरकार का सिस्टम ठीक हो जाए तो हमें भी राहत मिलेगी और हर दिन घर के कामकाज छोड़ कार्यालय के चक्कर काटने नहीं पड़ेंगे.
बता दें कि, झारखंड में विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम हेमंत सोरेन द्वारा मंईयां सम्मान योजना का तोहफा राज्य की महिलाओं को दिया गया था. इस योजना के तहत शुरुआत में सरकार की तरफ से 1,000 रुपये महिलाओं के बैंक खाते में डाले गए. साथ ही सरकार के तरफ से वादा भी किया गया कि चुनाव जीतते ही योजना की राशि बढ़ा कर 25,00 रुपए कर दी जाएगी. राज्य की महिलायें भी सरकार के इस योजना से काफी खुश हुईं. वहीं, वादे के अनुसार सीएम हेमंत सोरेन द्वारा इस योजना की राशि को भी बढ़ा कर 25,00 रुपए कर दिया गया है. लेकिन कई महिलायें अब भी इस योजना का लाभ नहीं ले पा रही हैं.
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