जनधन, डीबीटी आने से बैंकरों की जिम्मेदारी बढ़ी,साइबर फ्रॉड न हो इसके लिए ग्राहकों को जागरूक होने की आवश्यकता -डीजीएम


देवघर (DEOGHAR): डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का लाभ बैंक खाता धारक ही ले सकते है.ऐसे में जिनके पास बैंक में खाता नहीं है उन्हें खाता खोलने का आग्रह बैंकरों द्वारा किया जा रहा है. ताकी राज्य या केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सकता है.ये बाते स्टेट बैंक के देवघर क्षेत्र के डीजीएम अभिजीत पांगरेकर ने कही है. इन्होंने कहा कि जनधन और डीबीटी के आने से बैंकरों की जिम्मेदारी बढ़ गई है. खासकर एसबीआई के कर्मियों की. इन्होंने कहा कि जब से डिजिटल हुआ है तब से बैंकिंग एकदम आसान हो गया है. छोटे हो या बड़े डिजिटल युग में सभी की परेशानी कम हुई है. देवघर स्थित एसबीआई के साधना भवन ने मीडिया से मुखातिब होते हुए डीजीएम ने कहा कि देवघर जोन में साइबर का बोलबाला है ऐसे में एसबीआई के डीजीएम कहा कि इससे ग्राहकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. एसबीआई के डीजीएम ने मीडिया कर्मियों से इस ओर एक सार्थक प्रयास एसबीआई के साथ करने का आग्रह किया है.
इस मौके पर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मुन्ना कुमार झा, भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रशांत कुमार झा, मुख्य प्रबंधक सज्जन कुमार आनंद ,दीपक शर्मा,श्री ब्रजेश पति सहाय ,प्रबंधक संतोष कुमार ,उपमहासचिव धीरज कुमार एवं बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित थे.
रिपोर्ट. रितुराज सिन्हा
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