धनबाद(DHANBAD): सालों पहले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे सौरव गांगुली के राजनीति में शामिल होने की अफवाह उड़ी थी. उस वक्त वह भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष थे और जय शाह सचिव थे. सौरभ गांगुली की बीजेपी से नजदीकी के चलते लोगों को यह संभावना नजर आने लगी थी. हालांकि ऐसा हुआ नहीं. पश्चिम बंगाल में पिछले विधानसभा चुनाव में भी सौरव गांगुली के राजनीति में शामिल होने की अटकलें तेज हुई थी. लेकिन अंतत इस बार भी ऐसा कुछ नहीं हुआ. अब 2006 में बंगाल विधानसभा का चुनाव होने वाला है, तो अभी से ही अटकलों का दौर शुरू हो गया है. सवाल उठाए जा रहे हैं कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली क्या राजनीति में शामिल होंगे? हालांकि यह सवाल कोई नया नहीं है. उनके क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से ही अक्सर यह अटकलें उठती रही है. यह बात भी सच है कि सौरभ गांगुली ने कभी भी सीधे तौर पर राजनीति में शामिल होने की बात नहीं कही है. अब तक सौरभ गांगुली ने हमेशा राजनीति से दूरी बनाकर रखी है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान के बाद अटकलें तेज
दरअसल, कोलकाता के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान के बाद अटकलें तेज हो गई है. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री से पूछा गया कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सत्ता में आ सकती है? ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे लोगों पर भरोसा और विश्वास है. हम फिर आएंगे. इसी क्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कह दिया कि सौरभ गांगुली तो बोल्ड आउट करेंगे. इसके बाद से ही सवाल उठने लगे हैं कि क्या सौरव गांगुली राजनीति में आ रहे हैं? कार्यक्रम में सामने की पंक्ति में बैठे सौरभ गांगुली चेहरे पर मुस्कान लिए यह सब सुन रहे थे. दर्शकों में से किसी ने इस बारे में प्रश्न पूछा ,तो ममता बनर्जी ने मुस्कुराते हुए कहा कि इसका जवाब तो सौरव गांगुली ही दे सकते है. क्रिकेट में वह गेंदबाजी करते हैं, बल्लेबाजी करते हैं, वह जवाब दे सकते है. मैं कोई स्पोर्ट्स पर्सन नहीं हूं, लेकिन मुझे खेल पसंद है.
प्रश्न कर्ता को कुछ ऐसा जवाब दिया सौरभ गांगुली ने
इसके बाद सौरभ गांगुली ने माइक उठाकर प्रश्न कर्ता से कहा -मत पूछो दोबारा कब खेलोगे ?राजनीति करने वालों का काम है राजनीति करना. और मेरा काम है, उनसे अलग रहना. सौरभ गांगुली का जवाब भी सुन ममता बनर्जी मुस्कुरा रही थी. जो भी हो , सौरभ गांगुली की राजनीति में आने की चर्चा हमेशा उठती रही है. पश्चिम बंगाल में सौरव गांगुली की अपनी पहचान है, ख्याति है. वैसे भी आजकल पॉलिटिकल पार्टियों में डिग्निटरीज को शामिल करा लाभ लेने की कोशिश की जाती है. क्रिकेट के बड़े-बड़े खिलाड़ियों का नाम अक्सर राजनीति में आने से जोड़ा जाता है. सौरव गांगुली का भी नाम जोड़ा गया है. लेकिन बंगाल विधानसभा चुनाव होने में अभी वक्त है. आगे क्या होगा, यह देखने वाली बात होगी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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