Jharkhand विधानसभा में क्यों उठी सीपी सिंह के उम्र की बात, क्यों दो मंत्री रहे निशाने पर, पढ़िए विस्तार से !


धनबाद (DHANBAD) : गुरुवार को झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक सीपी सिंह पूरे फॉर्म में दिखे. सदन में मंईया सम्मान योजना के सवाल पर जब कल्याण मंत्री चमरा लिंडा जवाब दे दिया, तो विधायक सीपी सिंह ने कह दिया कि कौन बोल रहा है, मैं नहीं पहचान पा रहा हूं, इनका नाम नहीं जानता. कौन मंत्री हैं, हेलमेट पहन लिए है. इस पर मंत्री चमरा लिंडा ने जवाब दिया कि आप सीनियर लीडर है. ऐसा नहीं बोलना चाहिए. 15 साल से टोपी पहन रहा हूं, आप मुझे नहीं पहचानते हैं तो ठीक है, लेकिन ऐसा मत कहिये. इस पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी विरोध किया. सत्ता पक्ष से कई विधायक अपने स्थान पर खड़े होकर विरोध करने लगे. मामले को संभालते हुए स्पीकर ने कहा कि उम्र का तकाजा है. सीपी सिंह सात बार के विधायक है. इस पर सीपी सिंह ने कह दिया कि आप क्या कहना चाह रहे हैं, समझ रहा हूं, आप बहुत कुछ कह गए.
मंत्री चमरा लिंडा और इरफान अंसारी रहे निशाने पर
फिर प्रश्न पर चर्चा के दौरान सीपी सिंह ने कहा कि मंत्री इरफान अंसारी हेमलाल मुर्मू को कह रहे हैं कि वरिष्ठ विधायक रहे है. हेमलाल जी अभी विधायक हैं, पूर्व नहीं हुए है. मदरसा में पढ़े हैं, इसलिए ऐसी हिंदी बोल रहे है. सत्ता पक्ष के विधायकों ने इसका भी विरोध किया. मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि मैं विदेश में पढ़ा हूं, अंग्रेजी मीडियम से पढ़ा हूं, सीपी सिंह हमारे गार्जियन की तरह है. ऐसा बोलना सही नहीं है. मदरसा से पढ़कर आईएएस भी बनते रहे है. यह तो हुई मंत्री और सीपी सिंह के बीच की बातचीत. इधर, बजट के तीसरे दिन गुरुवार को विपक्ष की ओर से बालू का मुद्दा लगातार उठाने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्षी दल के नेताओं को बालू, गिट्टी, ईंट से सीधा संबंध है.
अगर किसी गरीब को बालू नहीं मिल रहा है तो बताइये
उन्होंने यह भी कहा कि अगर एक भी गरीब को बालू नहीं मिल रहा है तो बताइए, ऐसे में निराधार आरोप का जवाब देना कठिन है. इस पर विधायक सीपी सिंह ने कहा कि अगर मेरी बात गलत हुई तो मैं सदन से इस्तीफा दे दूंगा. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अपनी बातों से मुकर जाएंगे. सीएम ने कहा कि अब आप लोग लोगों का सूर्यास्त हो चुका है. इतना ही नहीं, भाजपा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी की ओर से उठाए गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मंझे हुए खिलाड़ी है. इनका बालू, गिट्टी टेंडर से पुराना नाता रहा है. पर्दे के पीछे से सरकार को बदनाम करने की साजिश हो रही है. इसे सफल नहीं होने देंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि झारखंड सरकार ने मंईया सम्मान योजना के रूप में देश में नया ट्रेंड सेट किया है. आने वाले दिनों में यह देखने को भी मिलेगा. लेकिन विपक्ष को कुछ नहीं दिख रहा. सरकार योजना बनाकर काम करती है. अगर 1000 बल्ब लगेंगे तो एक फ्यूज भी होगा.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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