धनबाद(DHANBAD): जिस प्रकार धनबाद के लगभग हर क्षेत्र में गांव वाले अवैध कोयला उत्खनन और इसकी ट्रांसपोर्टिंग का विरोध कर रहे हैं, और कोयला तस्करों के लोग फायरिंग और बमबाजी कर रहे हैं, इसे देखते हुए ऐसा लगता है कि धनबाद कोयलांचल में किसी भी दिन कोई बड़ी घटना घट सकती है. गांव वालों का पुलिस पर भी भरोसा नहीं जम रहा. आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस कोयला चोरी रोकने नहीं, बल्कि चोरी करवाने आती है. धनबाद के भाटडीह में गुरुवार की रात तो हद हो गई. धरना दे रहे ग्रामीणों पर बमबाजी की गई. फायरिंग की गई. भाग कर लोगो ने जान बचाई. गांव वालों की मांग है कि वह इलीगल माइनिंग नहीं करने देंगे.
गांव वाले कर रहे इलीगल माइनिंग का विरोध
यहाँ धरना कई दिनों से चल रहा था लेकिन गुरुवार की देर रात को कथित कोयला तस्करों के लोगो ने फायरिंग और बमबाजी कर दी. पुलिस पर अवैध कोयला तस्करों का सहयोगी बनने का आरोप लगाया. यह घटना गुरुवार की रात 3 बजे के बाद की है. बमबाजी के बाद तो भगदड़ मच गई. किसी तरह ग्रामीण जान बचाकर भागे. इसके बाद फिर ग्रामीण एकजुट होकर पहुंचे और कथित कोयला तस्करों के लोगों को ललकारा. उसके बाद सभी कोयला तस्कर भाग गए. भाटडीह ओपी प्रभारी भी पहुंचे. लेकिन ग्रामीणों के सवाल के आगे निरुत्तर थे. गांव वालों ने ओपी प्रभारी पर मिलीभगत का आरोप लगाया. ग्रामीणों ने खूब उनकी फजीहत की. अंत में उन्हें अपनी गाड़ी से जाना पड़ गया.
तीन जिंदा बम, एक पिस्टल, दर्जन भर खोखा बरामद
बाद में पुलिस दल ने तीन जिंदा बम, एक पिस्टल, दर्जन भर खोखा बरामद किया. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस के सहयोग से अवैध खनन का काम चल रहा है. पुलिस इसे नहीं रोक रही है, इसलिए ग्रामीण खुद आगे आए हैं और वह अपनी जमीन पर अवैध कोयले का उत्खनन नहीं होने देंगे. आजकल इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं . जब भी गांव वाले अवैध कोयला उत्खनन का विरोध करते हैं, तो उनके साथ मारपीट की जाती है. फायरिंग कर दी जाती है. बम फोड़वा दिए जाते है. ग्रामीणों को डराने के लिए यह सब किया जाता है, जबकि कोयला तस्कर के गुर्गे रात की बात कौन कहे, दिन में ही कोयला उत्खनन का काम करते है. यहां तक की आउटसोर्सिंग कंपनियों में चींटी -माटा की तरह प्रवेश कर जाते हैं और कोयला उठाकर चल देते है. बीसीसीएल की टीम देखती रह जाती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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