रांची (RANCHI) - भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैली गिरिडीह में 22 जून को होने वाली है.पार्टी इसकी तैयारी में लगी हुई है.भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान की कड़ी के रूप में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. आखिर क्यों हो रहा है गिरिडीह में यह कार्यक्रम, इसके बारे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
क्या है स्थान के बारे में तर्क
22 जून को गिरिडीह के झंडा मैदान में होने वाली राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैली के बारे में अलग-अलग तर्क दिए जा रहे हैं.कुछ लोगों का कहना है कि गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र एनडीए की सहयोगी पार्टी आजसू की है. यहां से चंद्रप्रकाश चौधरी 2019 में भाजपा के समर्थन से चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे थे. पिछले लोकसभा चुनाव में झारखंड में भाजपा का आजसू के साथ गठबंधन था. विधानसभा चुनाव में यह गठबंधन नहीं हो पाया था. कुछ लोग यह कहते हैं कि संभव है कि आजसू को यह सीट अगले लोकसभा चुनाव में नहीं मिले. कोई अन्य सीट दी जाए. इसलिए पार्टी यहां भी अपना संगठन मजबूत कर रही है. वैसे भाजपा के नेता इस तर्क को काटते हैं. आजसू भी इस बात से इनकार कर रही है.
भाजपा नेताओं ने दिए तर्क
अब सुनिए भाजपा नेताओं का क्या तर्क है इस रैली के संबंध में. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश का कहना है कि पूरे प्रदेश में कहीं भी रैली हो सकती है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जहां भी जाएंगे,वहां के लोग उनके संबोधन को सुनेंगे.इसके अलावा स्थानीय कार्यकर्ता उनके संबोधन से ऊर्जान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि गिरिडीह को चुनने का बस यह मकसद है कि इस क्षेत्र में भी पार्टी के बड़े नेता का कार्यक्रम हो ताकि यहां के कार्यकर्ता ऊर्जा से लबरेज रहें. यह भी बताया जा रहा है कि संयोग से गिरिडीह में बड़े कार्यक्रम नहीं हो पाए हैं. इसलिए यह बड़ा कार्यक्रम यहां आयोजित हो रहा है.
इस समय रैली होने का क्या है कारण
भाजपा का राष्ट्रीय स्तर पर महा जनसंपर्क अभियान चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के 9 साल पूरा होने पर पार्टी एक महीने का विशेष अभियान चल रही है. महाजन संपर्क अभियान के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा. इन कार्यक्रमों में एक कार्यक्रम रैली भी है. देश में बड़े नेताओं की 51 रैलियां हो रही हैं. उनमें से एक रैली झारखंड के गिरिडीह में होने जा रही है.
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