क्यों रांची में बढ़ रहे छेड़खानी के मामले,क्या सिर्फ दिखावे का एक्शन!अब तो पुलिस पर भी मनचले कर दे रहे हमला
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रांची(RANCHI): झारखंड की राजधानी रांची में हाल के दिनों में छात्राओं के साथ छेड़खानी के मामले बढ़ते जा रहे है. पिछले एक सप्ताह में आधार दर्जन छेड़खानी के मामले सुर्खियों में आए. इसके बाद पुलिस का एक्शन भी देखने को मिला. बावजूद इसके मनचले का आतंक सर चढ़ कर बोल रहा है. खुल कर छात्राओं को अपना टारगेट बना रहे है. एक तरफ पुलिस दावा कर रही है कि रांची में बेटियों की सुरक्षा की जिम्मेवारी पुलिस की है. सुरक्षा के लिहाज से 100 -112 और शक्ति एप का प्रचार किया जा रहा है. लेकिन क्या इतना से बेटियाँ सुरक्षित है क्या शक्ति एप के बारे में हर कोई जनता है.
सबसे पहले रांची के कोतवाली थाना क्षेत्र में छात्राओं के साथ अश्लील हरकत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया. गिरफ़्तारी के बाद सड़क पर परेड करवाया ताकि पुलिस का डर मनचलों में बने. इसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया. परेड जेल के बाद रांची के शहरी और ग्रामीण इलाकों में पुलिस ने मार्च निकाला. स्कूल कॉलेज पहुँच कर छात्राओं को भरोसा दिया कि पुलिस तत्पर मौजूद है. लेकिन ठीक मार्च करने के 6 घंटे बाद जब एक मनचले को पुलिस पकड़ने गई. तो टीम पर ही हमला कर दिया गया. खुद पुलिस को वापस लौटना पड़ा. बाद में कई लोगों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
अब एक एक कर सभी मामलों पर नजर डाले तो यह सोचने पर हर कोई मजबूर हो जाएगा. आखिर भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जब पुलिस का खौफ मनचलों में नहीं है तो ग्रामीण और सन्नाटा वाले क्षेत्रों में हालत कैसे होंगे. सबसे पहले अपर बाजार का क्षेत्र जहां भीड़ भाड़ रहती है सुबह से लेकर रात तक पूरा बाजार जाम रहता है. यहाँ एक नहीं दर्जनों छात्राओं के साथ अश्लील हरकत की गई. इसके बाद सर्जना चौक और जेवियर कॉलेज के पास छेड़खानी की वारदात सामने आई. मामला यही नहीं रुका,एक एक कर बढ़ते चला गया. तीसरा मामला गाड़ीखाना चौक के पास से सामने आया. इसके बाद अब सुखदेवनगर क्षेत्र में नाबालिग को तेजाब डालने तक की धमकी दी गई.
इन सब वारदात में पुलिस ने अबतक सिर्फ अपर बाजार के मामले का खुलासा किया है.बाकी मामले में पुलिस सिर्फ छापेमारी कर रही है. शायद पुलिस भी सुस्त इस लिए है कि आरोपी की गिरफ़्तारी के लिए अब तक सीएम का ट्वीट नहीं आया है. आराम से आरोपी को पकड़ कर सलाखों के पीछे भेजेंगे.इसके बाद सवालों के घेरे में रांची का पूरा पुलिस महकमा है. आखिर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ दिखावा क्यों किया जा रहा है. इतना मनोबल अपराधी और मनचलों का कैसे बढ़ गया है.
बेटियों की सुरक्षा के लिए रांची में क्या इंतजाम है. इसमें डायल 100 और 112 के साथ शक्ति एप का हवाला दिया जा रहा है. दावा है कि इस नंबर पर कॉल करने के बाद तुरंत कार्रवाई की जाएगी. अब सवाल यह है कि आखिर छोटी बच्चियों का क्या जिनके पास मोबाईल फोन ही मौजूद नहीं रहता है. इनके लिए आपके पास क्या प्लान है. क्या आप पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ा नहीं सकते है. क्या रांची में पुलिस की कमी हो गई है.
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