धनबाद(DHANBAD): क्या आप जानते हैं की ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ के पास अगर निर्धारित राशि से अधिक पैसा बरामद होते है , तो वह दोषी माने जाते है. शायद इसलिए ही ट्रेनों में चलने वाले चेकिंग स्टाफ अपने पास कुछ इस तरह के पत्र आदि रखते हैं, जिसमें जिक्र होता है कि फलां आदमी का इतना रकम उनके सामान खरीदने के लिए है. जब वह पकड़े जाते हैं, तो उसे दिखाते हैं कि यह पैसा उनका नहीं ,बल्कि सामान खरीदने के लिए किसी अन्य का है. जानकारी मिली है कि गोड्डा से रांची चलने वाली गोड्डा - रांची एक्सप्रेस में दो-तीन दिन पहले पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर मुख्यालय की विजिलेंस टीम ने छापेमारी की थी.
टीम ने ट्रेन में ड्यूटी कर रहे धनबाद रेल मंडल के दो चेकिंग स्टाफ के पास अधिक राशि पकड़ी. विजिलेंस की टीम ने इस मामले में धनबाद मंडल को रिपोर्ट कर दिया है. यह भी पता चला है कि उनके पास से चार से छह हज़ार की अतिरिक्त राशि मिली है. दोनों टिकट चेकिंग स्टाफ धनबाद से ट्रेन नंबर 18619 रांची- गोड्डा ट्रेन लेकर गोड्डा गए थे. वापसी में मधुपुर स्टेशन पर विजिलेंस की टीम ट्रेन में चढ़ी , टीम ने ट्रेन की एसी बोगी में सफर कर रहे यात्रियों के टिकट की जांच की. जांच में कई गड़बड़ियां पाई गई. टीम ने जब चेकिंग स्टाफ की तलाशी ली तो उनके पास से अधिक राशि बरामद हुई.
ट्रेनों में चलने वाले टिकट चेकिंग स्टाफ अक्सर ऐसी हरकत करते है. यात्रियों से लिए गए पैसे रेलवे के खाते में जमा करने के वजाए अपने पास रख लेते है. उनकी जांच के लिए रेलवे में निगरानी दस्ते की व्यवस्था है. निगरानी दस्ता समय-समय पर ट्रेन में छापेमारी करता है. बावजूद यह काम कभी रुकता नहीं है. बात इतनी ही नहीं है, ट्रेन में जब विशेष कोई टीम बिना टिकट यात्रियों के खिलाफ अभियान चलाती है. तो भारी संख्या में बिना टिकट यात्रा करते यात्री पकड़े जाते है. एक दिन में लाखों लाख उनसे जुर्माना भी वसूला जाता है. अब देखना दिलचस्प होगा कि गोड्डा -रांची एक्सप्रेस में छापेमारी के दौरान चेकिंग स्टाफ के पास से मिले अधिक पैसे को लेकर आगे क्या कार्रवाई होती है?
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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