रांची(RANCHI): हेमंत सोरेन सरकार अपने कार्यकाल के अंतिम महीनों में है. जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी की सरकार ने साल 2019 विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य वासियों से कई वादे मैनिफेस्टों के माध्यम से किए थे. उन्हीं का जमीनी जायजा लेने जब हम इस सरकार के अंतिम महीनों में जनता के बीच पहुंचे और उनसे सरकार के वालों पर सवाल किया गया तब उन्होंने क्या कहा पढ़िए?
झारखंड की राजधानी रांची के हरमू निवासी राजेंद्र प्रसाद से जब हमने बात की तो वो वर्तमान हेमंत सरकार से नाखुश दिखे. उनका कहना था कि सरकार अपने वादे के विपरीत रही. सरकार युवाओं को नौकरी, बेरोजगारों को वेतन भत्ता, अनुबंधकर्मियों को स्थायी और सुरक्षा सभी मोर्चे पर फेल नजर आ रही है. सरकार के खिलाफ युवाओं और बेरोजगारों में काफी नाराजगी है.
वहीं, जब हमने एक महिला से वर्तमान सरकार के कार्यकाल पर सवाल किए तो उन्होंने भी बेरोजगारी और महिला सुरक्षा पर सरकार को फेल बताया. उन्होंने कहा कि सरकार पिछले पांच में कोई भी सरकारी परीक्षा सही से नहीं करा पाई है. हम काफी मुश्किल से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हैं लेकिन सरकार समय पर और सही से परीक्षा कराने में असफल रही है. ऐसे में हम अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए इस सरकार से नाखुश हैं.
झारखंड में शुरू हुआ मीडिया वार आपको मिला क्या?
बीजेपी झारखंड में जहां आक्रोश रैली के माध्यम से सरकार को घेरने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर चुपके से लोगों के घरों में एक पर्ची के माध्यम से दस्तक देने की भी कोशिश कर रही है. आक्रोश रैली के दिन ही राज्य के लगभग सभी हिस्सों में अखबारों के माध्यम से एक पर्ची लोगों के घरों तक पहुंचाई गई. इस पर्ची में ना किसी मुद्रक का नाम है ना ही किसी राजनीतिक पार्टी का नाम.
बस एक सवाल है 'मिला क्या?'
आमतौर पर जहां राजनैतिक पार्टियां होर्डिंग और बड़े-बड़े अखवारों में विज्ञापन देकर अपनी बातों को रखते हैं, वहां प्रचार का यह माध्यम थोड़ा हटकर है. जाहिर है भाजपा ने हेमंत सोरेन की सरकार से विगत 5 वर्षों में क्या मिला यह नेरेटिव लोगों के बीच में सेट करना चाहती हैं. भारतीय जनतासूत्रों के अनुसार भाजपा के लिए रणनीति बनाने वाले कई प्रोफेशनल्स ऐसे कई कैपन लेकर लोगों के बीच जाने वाले हैं. देखना दिलचस्प होगा की क्या मिला के सवालों के जवाब में हेमंत सारेन की सरकार का क्या पलटवार होता है.
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