धनबाद (DHANBAD) : बीसीसीएल में कोयला चोरी एक लाइलाज बीमारी बन गई है. हर पॉइंट पर गड़बड़ी की जा रही है. कंपनी के वे ब्रिज से भी अधिक कोयले को कम बताने का खेल हो रहा है. लगातार शिकायतें मिल रही है. इन शिकायत के बाद अब वे ब्रिज की जांच करने की बात हो रही है. जिला प्रशासन ने आउटसोर्सिंग कंपनियों सहित कोयला कंपनी के वे ब्रिज की जांच कराने का निर्णय लिया है. इसके लिए माप तौल विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.
आउट सोर्स कंपनियों के कांटाघरों पर रखी जाएगी विशेष नजर
यह निर्देश शनिवार को आंतरिक संसाधन की समीक्षा बैठक में दिया गया. कहा गया कि कोयला कंपनियों सहित आउट सोर्स कंपनियों के कांटाघरों पर विशेष नजर रखी जाए. निर्देश दिया गया कि माप तौल विभाग अधिकारियों की टीम बनाएं और सभी टीमें कम से कम 10 वे ब्रिज की जांच कर रिपोर्ट दें. बता दें कि वे ब्रिज भी कोयला हेरा फेरी के माध्यम है. असली वजन से अधिक वजन भेजने की शिकायत लगातार मिलती रहती है. इतना ही नहीं वे ब्रिज भी दबंगों के इशारे पर ही काम करते हैं. कोयले में रंगदारी नहीं मिलने पर दबंगों के कहने पर वे ब्रिज के संचालक इसमें तकनीकी खराबी बताकर काम बंद कर देते हैं और फिर जब दबंगों की हरी झंडी मिलती है तो काम करना शुरू कर देते हैं .
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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