क्या जेल में बंद पंकज मिश्रा के इशारे पर हुई प्रकाश की गिरफ़्तारी, जानिए पूरी खबर

रांची(RANCHI): अब ईडी की रडार पर आ गए है हेमंत सोरेन सरकार के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू. जी हां एक एक कर झारखंड सरकार के लोग ईडी की रडार पर चढ़ते जा रहे. इस बार जो नाम निकल कर आया है वो है मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार पिंटू का. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया है कि संथाल में 1000 करोड़ रुपए के अवैध खनन मामले में जेल में बंद पंकज मिश्रा सीएम के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के संपर्क में था. ईडी ने यह जानकारी हाईकोर्ट को हलफनामे के माध्यम से दी है. इस हलफनामें के द्वारा ईडी ने कोर्ट को अभिषेक प्रसाद की बातचीत का ब्योरा सौंपा था. साथ ही कोर्ट को ये भी कहा कि उच्च अधिकारियों के द्वारा मामले को कमजोर करने को कोशिश हुई है. ईडी की माने तो पंकज मिश्रा ने अभिषेक को फोन कर बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद मामले के वादी शंभू नंदन व चंद्र प्रकाश यादव को गिरफ्तार करवाने को कहा था. जिस पर पिंटू ने कुछ दिनों की मोहलत मांगी थी. बता दें आज कोर्ट मे ईडी की तरफ से हलफ़नामा पेश किया गया है जिसपर सुनवाई होगी. इस हलफनामें में पिंटू और महाधिवक्ता की बातचीत के अंश है जिससे ये साबित हो रहा कि हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार खनन मामले मे जेल में बंद पंकज मिश्र के संपर्क में था.
महाधिवक्ता के साथ 6 मिनट तक की बातचीत
ईडी के अनुसार पिंटू और महाधिवक्ता के बीच करीब छह मिनट तक बातचीत हुई. कल शाम करीब छह बजकर 26 मिनट पर किया गया था. पिंटू ने महाधिवक्ता से पूछा था कि क्या वहां कोई सरकारी वकील उपस्थित रह सकता है. इस पर महाधिवक्ता ने उससे कहा कि ऐसा कानून इजाजत नहीं देता. वहीं ईडी ने यह भी बताया कि इस बात चीत के अनुसार पंकज मिश्रा ये मान रहा था कि उसकी परेशानी की वजह शंभू नंदन और प्रकाश यादव ही है. इस बातचीत के बाद साहिबगंज पुलिस ने 30 जुलाई को रांची स्थित बिरसा मुंडा हवाई अड्डे से प्रकाश चंद्र यादव को गिरफ्तार किया था. सूत्रों के अनुसार ईडी ने अभिषेक प्रसाद के फोन कॉल को 22 जुलाई को इंटरसेप्ट किया था. तब उसे इस बातचीत की जानकारी मिली
ईडी का सनसनीखेज खुलासा
ईडी ने कोर्ट को शपथ पत्र सौंपते हुए कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी. ईडी ने कोर्ट को बताया की उसके पास डाटा उपलब्ध है. ईडी ने कोर्ट को यह भी बताया है कि न्यायिक हिरासत में पंकज मिश्रा ने कई लोगों को फोन पर प्रदर्शन करने के लिए उकसाया था, बड़रहवा थाने को भी घेरने का निर्देश दिया था. ईडी ने शपथ पत्र में कई सनसनीखेज तथ्यों का उल्लेख किया गया है. ईडी ने बताया है कि हाईलेवल पर जांच को प्रभावित करने की कोशिश की गई थी. बता दें कि इस मामले में डीएसपी को भी ईडी ने तलब किया था कि उन्होंने 24 घंटे के अंदर ही पंकज मिश्रा और मंत्री आलमगीर आलम को क्लीनचिट क्यों दे दी. हालांकि डीएसपी समन भेजने पर भी नहीं पहुंचे थे.
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