दुमका(DUMKA): जिला के रामगढ़ प्रख़ंड के नक्सल प्रभावित सिलठा बी पंचायत के हेठ ग्रहण में शनिवार को संभावित मोड़ मांझी की बैठक प्रशासन की सक्रियता से टल गया. मैजिस्ट्रेट बिनोद हेम्बरम की प्रतिनियुक्ति में काफी संख्या में पुलिस बल हेठग्रहण गांव पहुंचे. पुलिस के जवान ने पुरे गांव में फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. पुलिस बल के गांव पहुचने के पूर्व ग्रामीण डर से अपने अपने घरों में दुबके थे. पुलिस बल के पहुचने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. पंचायत के मुखिया रामलाल हांसदा गांव में रहकर शांति बहाल करने में लगे रहे.
माँ की हत्या के बाद मोड़ें मांझी की बैठक से जुड़ा
ज्ञात हो कि एक अप्रैल को हेठग्रहण गांव के छोटका मुर्मू की वृद्ध मां मायनों टुडु अचानक घर से गायब हो गयी. छोटका मुर्मू अपने परिजनों के यहां मां की खोजबीन करने घर से निकला. इसी बीच उसके घर में चोरी हो गयी. बाद में 3 अप्रैल को उसकी मां का शव पुलिस ने कुआं से बरामद किया. वहीं छोटका अपनी मां की हत्या मानकर गांव में मोड़ मांझी की बैठक से जुड़ा अफवाह फैलाया. जब इसकी सूचना मुखिया रामलाल हांसदा को मिली तो मुखिया ने प्रशासन को सूचित किया. सूचना पाकर शुक्रवार बीडीओ कमलेंद्र सिन्हा, थाना प्रभारी अरविंद कुमार राय दल बल के साथ हैठग्रहण पहुंचकर ग्रामीणों के साथ बैठक कर 21 सदस्यी शांति समिति का गठन किया.
दो लोगों को जिंदा जलाया
बता दें कि 2012 में हेड ग्रहण में मोड़ें मांझी की बैठक में दो व्यक्ति को जिंदा जला दिया गया था. इसी अशंका को देखते हुए प्रशासन दो दिनों से लगातार गांव पर पैनी नजर रख रही थी. इस तरह प्रशासन की सक्रियता से मोडे मांझी की बैठक टल गई.
गांव में शांति बहाल है
इस मामले में हेठ ग्रहण गांव में प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त मैजिस्ट्रेट सह राजस्व उप निरीक्षक बिनोद हेम्बरम ने बताया कि आठ अप्रैल को हेठ ग्रहण गांव में मोड़ें मांझी की बैठक एक अफवाह थी. गांव में शांति का माहोल है. पुलिस की तैनाती से लोगों में सुरक्षा की भावना देखने को मिल रही है. कहीं से किसी प्रकार अप्रिय घटना की खबर नहीं है. बहरहाल गांव में स्थिती समान्य है.
रिपोर्ट: पंचम झा
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