रांची (RANCHI) : मौसम में बदलाव होते ही लोगों की तबीयत बिगड़ने लगती है. कारण है वायरल. जो लोगों के बीच अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है. वायरल से संक्रमित व्यक्ति को सर्दी-खांसी, बुखार, शरीर में दर्द, सर में दर्द जैसी समस्याएं हो रही हैं. अखबार के रिपोर्ट की माने तो मेडीसीन ओपीडी में आने वाले 40 फ़ीसदी मरीज वायरल से संक्रमित हैं. अस्पताल पहुंच रहे अधिकतर मरीजों को दवाई लेकर वापस घर लौटा दिया जा रहा है. जबकि गंभीर स्थिति में वायरस से संक्रमित मरीजों को 15 से 20 की संख्या में हर दिन भर्ती किया जा रहा है.
221 मरीज गंभीर
अखबार के रिपोर्ट्स के अनुसार आमतौर पर ओपीडी में 1200 से 2000 मरीज पहुंचते हैं. लेकिन बीते दिन सिर्फ ओपीडी में 2200 मरीज कंसल्ट करने पहुंचे थे. जिसमें 221 मरीज इमरजेंसी में अपना इलाज कराने पहुंचे थे. जबकि 140 लोग पहली बार पहुंचे थे और अन्य दूसरी या तीसरी बार अस्पताल पहुंचे थे.
वायरल क्यों होता है
वायरल बुखार वायु जनित बीमारी है. उसके अलावा, ये दूषित पानी के फैलाव से भी हो सकती है, जिसको पानी से होनेवाला संक्रमण कहा जाता है. वायरल बुखार बैक्टीरियल इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण एक जैसे हो सकते हैं, जिसकी वजह से दोनों के बीच अंतर करना मुश्किल हो जाता है.जीवाणु संक्रमण की तरह, कई वायरल संक्रमण भी संक्रामक होते हैं. उन्हें एक ही तरीके से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रेषित किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं: किसी ऐसे व्यक्ति के निकट संपर्क में आना जिसे वायरल संक्रमण है या वायरल संक्रमण वाले व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से वायरल से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है.
गंदा पानी कहीं बिगाड़ ना दें आपकी सेहत
बदलते मौसम के साथ हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-ई यानी जौंडिस की शिकायत बढ़ जाती है. इसके लिए आपको सही खान-पान करने की जरूरत है. गन्दा पानी का सेवन करने से आप वायरल से संक्रमित हो सकते हैं. ऐसे में आपको ज़रूरत है किसी डॉक्टर के परामर्श की. जिसके बाद आप मेडिसिन्स लेते हुए घर पर ही आराम कर सकते हैं. जब तक ठीक नहीं लगे तो गर्म और तरल भोजन, जैसे सूप और खिचड़ी खाएं. इसके बाद भी अगर अगर आपको तेज बुखार और शरीर में दर्द हो रहा हो, तो अपने डॉक्टर को फौरन मिले. गंभीर स्थिति में डॉक्टर्स सलाह देते है कि बीमार होने पर खुद बुखार दूर करनेवाली दवा, एंटीबायोटिक दवा और दर्द दूर करनेवाली दवाएं ना लें.
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