धनबाद(DHANBAD): धनबाद का बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय फिर एक बार विवादों से घिर गया है. टुंडी विधायक मथुरा महतो ने भी ना खुशी जाहिर की है. यूनिवर्सिटी में उड़िया की पढ़ाई को लेकर यह विवाद छिड़ा हुआ है. विधायक मथुरा महतो ने कहा है कि धनबाद, बोकारो की स्थानीय भाषा खोरठा और कुडमाली है लेकिन यूनिवर्सिटी इन दोनों विषयों को दरकिनार कर उड़िया की पढ़ाई कराना चाहता है. विधायक ने इस मामले को लेकर सरकार से भी शिकायत की है. उन्होंने कहा है कि यूनिवर्सिटी धनबाद ,बोकारो के छात्रों के लिए खोली गई है. विनोद बाबू के नाम पर बनी यूनिवर्सिटी में कुड़माली में पीजी की पढ़ाई अभी तक शुरू नहीं हो पाई. लेकिन उड़िया भाषा के लिए शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी यहां की जन भावना से खिलवाड़ कर रही है. जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में तो खोरठा, कुड माली की पढ़ाई होती है लेकिन पीजी की पढ़ाई यूनिवर्सिटी में नहीं होती है. इसके लिए मैनेजमेंट ने सरकार के पास प्रस्ताव भेजा है. सरकार स्तर पर यह लंबित है. जब तक सरकार की अनुमति नहीं मिलेगी, तब तक खोरठा और कुडमाली की पीजी में पढ़ाई शुरू नहीं हो सकती. इसके लिए सरकारी स्तर पर पहल करनी होगी. इधर, धीरे-धीरे बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय अपना आकार लेने लगा है. नए भवन में शुक्रवार से पीजी अंग्रेजी व इतिहास विभाग की कक्षाएं शुरू होगी. पहली अप्रैल या उसके बाद से अन्य विभागों की कक्षाएं भी नए कैंपस में करने का आदेश दे दिया गया है रामनवमी के दिन 4 विभागों का उद्घाटन हुआ है. इन विभागों में अप्रैल माह से पढ़ाई शुरू हो जाएगी.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
4+