टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-सूचना क्रांति के इस दौर में साइबर ठगी का मकड़ाजाल ऐसा फैला हुआ है कि आए दिन कोई न कोई अपना पैसा गंवा रहा है. मुफ्त में अपनी मेहनत की कमाई इन जालसाजों के चक्कर में चली जा रही है. साइबर ठगी का धंधे के लिए पहले जामताड़ा का नाम पहले नंबर पर आता था. लेकिन, अब तो पूरे देश में इसका नेटवर्क फैल गया है. कुछ दिन पहले जामताड़ा में ही एलआईसी पॉलिसी बेचने के नाम पर ठगी की गई थी. अब राजधानी रांची में मुर्गा खाने के चक्कर में एक शख्स ने 95 हजार रुपए गंवा दिए. हरमू के रहने वाले महावीर होरे ने पैसे गंवान के बाद अरगोड़ा थाने में केस दर्ज किया. इतनी बड़ी रकम को ट्रांसफर कराने के लिए उसने कई बार ट्रांसफर कराई गई.
मुर्गा देने के नाम पर ठगी
पीड़ित ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी कि 13 दिसंबर को मुर्गा मंगाने के लिए उसने पड़ोसी अनिल उरांव से मुर्गे वाले का नंबर लिया. ऑनलाइन बुकिंग करवाकर उसने 500 रुपए का भुगतान किया. जल्द ही पार्सल पहुंचने का मैसेज भी आया. लेकिन, कुछ देर बाद 1960 रुपए ट्रांसफर करने के लिए फोन आया. फोन करने वाले ने भुगतान करने पर पार्सल पहुंचने पर बाकी की रकम वापस करने की बात कही. फिर से एक शख्स ने फोन कर गलती से राशि दूसरे खाते में ट्रांसफर हो जाने की बात कही और फिर 1907 रुपए ट्रांसफर करा लिया. झांस में लेकर ठग ने 95 हजार रुपए ऐसे ही ठग लिए. लेकिन, मुर्गा नहीं मिला.
तीन दिन बाद फिर मांगे 18 हजार रुपए
ठगी का सिलसिला इतने से ही नहीं रुका, बल्कि इसके बाद भी ठग ने बाकी की रकम वापस करने के झांसे के नाम पर फिर 18 हजार रुपए की मांग की. एक महिला ने भी उसे पैसे भेजने के लिए फोन किया. अंतता उसने अरगोड़ा थाने में केस दर्ज किया.
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