धनबाद(DHANBAD): नून महंगा और खून सस्ता की युक्ति धनबाद में चरितार्थ हो रही है. यही कारण है कि मात्र 24 घंटे के भीतर एक ही थाना क्षेत्र में एक ही जैसी दो घटनाओं को अंजाम देकर अपराधियों ने धनबाद के लोगों को डरा दिया है. बुधवार की दोपहर बरवा अड्डा में जमीन कारोबारी राजकुमार साव की गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. उसके साथी नरेंद्र कुमार को भी गोली मारी गई थी. फिर उसके 24 घंटे बाद गुरुवार को बरवा अड्डा थाना क्षेत्र में ही लोहार बरवा चौक में सैकड़ों आंखों के सामने अपराधियों ने दौड़ा-दौड़ा कर रोहित ठाकुर उर्फ पिंटू को गोली मारी. पिंटू को तीन गोली लगी है. उसे धनबाद से बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया गया है.
पिंटू को गोली मरनेवाले रांची के हैं अपराधी
इस घटना के बाद तो पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे. कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. घटनास्थल से दो जिंदा गोली व 3 खोखा बरामद किया गया है. पिंटू का मोबाइल भी मिल गया है. जख्मी पिंटू ने पुलिस को इतना भर बताया है कि उसे गोली मारने वाले रांची के अपराधी हैं. वह लोग नाम बदलकर बरवा अड्डा क्षेत्र में रह रहे थे. पिंटू स्थानीय किसी ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुरुवार की शाम लोहार बरवा टैक्सी स्टैंड के समीप एक झोपड़ी में पिंटू अपने कुछ साथियों के साथ बैठा था. इसी दौरान बाइक पर सवार तीन अपराधी पहुंचे और बहस करने लगे. इसके बाद दो अपराधी पिंटू को निशाना बनाकर गोली चला दी. वह बचने के लिए लोहार बरवा चौक की ओर भागने लगा. इस दौरान अपराधी फिल्मी स्टाइल में दौड़ते हुए पिंटू पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा रहे थे. 3 गोलियां पिंटू को मारने के बाद अपराधी फरार हो गए.
धनबाद बना अपराधियों की शरण स्थली
सवाल उठता है कि अगर पिंटू पुलिस को सही जानकारी दे रहा है तो बाहर के अपराधी बरवाअड्डा में कैसे पहुंचे. इस संबंध में पता चला है कि इलाके में लोकल अपराधी बाहर के क्रिमिनल्स को बुलाकर जमीन कब्जा कराने, लोगों को डराने धमकाने का काम कर रहे हैं. रांची से आए तीन अपराधियों का जो जिक्र पिंटू कर रहा है वह उसी इलाके में एक मकान में शरण लिए हुए थे. पुलिस मकान मालिक को भी निशाने पर लिए हुए हैं. वह ठहरने वालों का आधार कार्ड मांग रही है लेकिन मकान मालिक के पास आधार कार्ड है नहीं. फिर सवाल उठता है कि इतनी आसानी से अपराधियों को किसने भाड़े पर घर दिलवाया. तो क्या धनबाद जिले का हर इलाका बाहर के अपराधियों की शरण स्थली बन गया है. अवैध कोयले के धंधे को लेकर मारकाट मची हुई है, बालू तस्करी को लेकर भी लाठी-डंडे चल रहे हैं, जमीन के मामले भी अब लगातार सामने आने लगे हैं. जमीन दलाली को लेकर कई लोगों की हत्या कर दी गई है. गुरुवार को बरवाअड्डा में जिस तरह हथियार लहरा कर फिल्मी अंदाज में पिंटू को गोली मारी गई, उससे जनमानस दहशत में पड़ गया है. 24 घंटे के भीतर दो घटनाओं का खुलासा करना पुलिस के लिए भी चुनौती है. लगातार अपराध की घटनाओं के खिलाफ लोगों का आक्रोश भी बढ़ रहा है .लोग सवाल पर सवाल किए जा रहे हैं. देखना है पुलिस आगे अपने किस एक्शन से लोगों का भरोसा जीत पाती है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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