रांची (RANCHI): झामुमो छोड़ भाजपा में शामिल हुए कोल्हान टाइगर चंपाई सोरेन आज दोपहर 2 बजे रांची के धुर्वा स्थित शहीद मैदान में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा में शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि चंपाई सोरेन के साथ उनके बेटे बाबूलाल सोरेन भी आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे. वहीं आज के कार्यक्रम में झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और हिमंता बिस्वा सरमा शामिल होंगे. उनके अलावा प्रदेश भाजपा प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी रांची पहुंच चुके है. आज के कार्यक्रम को लेकर रांची के धुर्वा स्थित शहीद मैदान में तैयारिया जोरों पर है.
28 को चंपाई ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि 28 अगस्त की देर शाम चंपाई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. साथ ही अपने इस्तिफा पत्र में उन्होंने लिखा मैने जो भी फैसला लिया है, झारखंड के हित में लिया है. हम संघर्ष करने वाले व्यक्ति है, पीछे नहीं हटेंगे. पार्टी हमे जो भी दायित्व देगी, उसी हिसाब से हम काम करेंगे.
चम्पाई सोरेन ने क्यों छोड़ा झामुमो का साथ?
बता दें कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने 27 अगस्त को खुलासा किया कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसला क्यों किया है. चम्पाई सोरेन ने 18 अगस्त को एक पत्र के जरिए इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने कहा, "पार्टी में ऐसा कोई मंच नहीं था जहां मैं अपना दर्द व्यक्त कर सकूं और मुझसे वरिष्ठ नेता स्वास्थ्य कारणों से राजनीति से दूर हैं." चम्पाई सोरेन ने झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठ को एक बड़ी समस्या बताया. झारखंड को साल 2000 में बिहार से अलग कर बनाया गया था. चंपाई सोरेन ने कहा, "इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है कि ये घुसपैठिए उन वीरों के वंशजों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, जिन्होंने जल, जंगल और जमीन की लड़ाई में कभी विदेशी अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार नहीं की. इनके कारण हमारी माताओं, बहनों और बेटियों की इज्जत खतरे में है. साथ ही उन्होंने लिखा था कि इस मुद्दे पर सिर्फ भाजपा ही गंभीर दिखती है और बाकी पार्टियां वोटों की खातिर इसे नजरअंदाज कर रही है. इसलिए आदिवासी अस्मिता एवं अस्तित्व को बचाने के इस संघर्ष में मैने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आस्था जताते हुए भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी से जुड़ने का फैसला लिया है.
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