धनबाद(DHANBAD): धनबाद का सीडब्ल्यूसी घर छोड़कर भागने वाले बच्चों के मनोदशा का अध्ययन कर रहा है. आखिर क्या वजह है कि बच्चे घर -परिवार से दूर हो जा रहे है. धनबाद से लगातार बच्चे गायब हो रहे हैं और दूसरे जिले से बरामद किये जा रहे है. तीन बच्चियों के राँची में रेस्क्यू किया गया है. . दो बच्चियों को धनबाद लाया गया है, जबकि एक आठ वर्षीय बच्ची राँची बाल गृह में है. सीडब्लूसी अध्यक्ष ने उसके पिता की तलाश कर बेटी से वीडियो कॉलिंग से बात कराई.पहली कहानी है -पंचेत से एक स्कूली छात्रा घर से निकल गई थी. राँची बस स्टैंड से उसके कथित प्रेमी के साथ पुलिस ने उसे बरामद किया. बाद में पंचेत पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर आरोपी इक़बाल को जेल भेज दिया. पुलिस ने बताया बच्ची नाबालिग है. उसे सीडब्लूसी में प्रस्तुत किया गया, जहां काउंसलिंग के बाद उसे पिता को सुपुर्द किया गया.
दूसरी कहानी है - झरिया की एक सतरह वर्षीय बच्ची को राँची बाल गृह से धनबाद लाकर उसके भाई को सुपुर्द किया गया. बच्ची के माता पिता का निधन हो गया है.बच्ची का बराकर में बाल विवाह हुआ है.राँची स्टेशन में वह रेस्क्यू हुई थी. धनबाद सीडब्लूसी अध्यक्ष ने राँची सीडब्लूसी से समन्वय कर उसका रेस्टोरेशन कराया.
तीसरी कहानी है -राँची स्थित बालगृह प्रेमाश्रय में धनबाद के मुरलीडीह की एक आठ वर्षीय बच्ची है. राँची स्टेशन से अप्रैल माह में वह गुम हो गई थी. सीडब्लूसी अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी को राँची से सूचना मिलने के बाद उन्होंने बच्ची के पिता को बुलाकर राँची सीडब्लूसी सदस्य अरूणा जी से समन्वय किया तथा बच्ची से पिता की वीडियो कॉलिंग कराई. शीघ्र उक्त बच्ची भी धनबाद लौटेगी.धनबाद से ग़ायब बोकारो स्कूल का एक छात्र पश्चिम वर्धमान से बरामद हुआ. धनबाद सीडब्लूसी ने काउंसलिंग के बाद बच्चे को उसकी माँ को सौंपा. अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने बताया ऐसे रनवे मामलों पर अध्ययन चल रहा है तथा विभाग को भी सतर्क किया गया है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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