देवघर: लोगों को खूब भा रहा हस्तशिल्प कला, आप भी हैं शौकीन, तो ज़रूर पहुंचे


देवघर (DEOGHAR): आज़ादी के अमृत महोत्सव और रामकृष्णा मिशन विद्यापीठ देवघर के शताब्दी समारोह मनाया जा रहा है. इसके उपलक्ष्य में वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, विकास आयुक्त हस्तशिल्प, राष्ट्रीय डिज़ाइन केंद्र, नई दिल्ली की ओर से तीन दिनों का शिल्प प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित किया गया है. जहां पहुंच कर देवघर शहर के लोग, बाहर से आए अभिभावक और विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने हस्तशिल्प की जीवंत प्रदर्शन को देखा और झारखंड के शिल्प विरासत को समझा. हस्तशिल्पियों ने आगंतुकों से अपने अनुभव साझा किए और शिल्प निर्माण के रचनात्मक प्रक्रिया को बताया.
लोगों को खूब पंसद आ रहा हस्तकला
कार्यक्रम में पालाजोरी देवघर के हस्तशिल्पी मुकेश मोहली द्वारा बांस शिल्प, हजारीबाग के अनीता देवी का सोहराय कला, रेमन्त द्वारा मधुबनी कला के जीवंत प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे. साथ ही जादोपटिया चित्रकला की बेबी देवी, एप्लिक की रूबी देवी, आर्टिस्टिक टेक्सटाइल की सुलेता मुर्मू, डोकरा के मकबूल जादूपटिया, जरी कसीदाकारी के मो शब्बीर, जूट क्राफ्ट के महेंद्र साव, और लाह चूड़ी के परवेज शेख़ ने जीवंत प्रदर्शन कर लोगों को आकर्षित किया. हस्तशिल्पियों द्वारा बनाए गए विभिन्न शिल्पों को लोगों ने खूब पंसद किया और ख़रीदारी की.
संथाल परगना चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ने लिया जायजा
सहायक निदेशक भुवन भास्कर के आग्रह पर जीवंत प्रदर्शनी को देखने संथाल परगना चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष आलोक मल्लिक, उद्यमी निरंजन कुमार सिंह, रेडक्रॉस देवघर के चेयरमैन जितेश राजपाल, डिज़ाइनर सत्येंद्र कुमार, विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि विद्यापीठ पहुंचकर शिल्प विविधता को देखा. कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक निदेशक हस्तशिल्प भुवन भास्कर के नेतृत्व में विभाग के अधिकारी विकास कुमार, रवि जन, रवि रोशन की महत्वपूर्ण भूमिका रही.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा, देवघर
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