देवघर(DEOGHAR): इस वर्ष श्रावणी मेला 2023 का सफल संचालन देवघर जिला प्रशासन के लिए चुनौती भरा रहेगा. क्योंकि मलमास यानी पुरुषोत्तम मास लग जाने के कारण इस वर्ष दो चरणों मे श्रावणी मेला का आयोजन किया जाएगा.लगभग दो माह तक लगने वाला इस मेला के सफल संचालन को लेकर अभी से ही जिला प्रशासन ने कमर कस लिया है.आज कांवरिया पथ स्थित बिहार झारखंड के बॉर्डर दुम्मा से लेकर खिजुरिया तक डीसी मंजूनाथ भजंत्री,एसपी सुभाष चंद्र जाट सहित तमाम विभाग के अधिकारियों ने पैदल निरीक्षण किया.
अधिकारियों द्वारा किया गया निरीक्षण
इस दौरान कांवरिया पथ पर कांवरियों को दी जाने वाली सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया गया.सरकार की ओर से मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाती है जिसका स्थानीय स्तर पर प्रशासन द्वारा अमलीजामा पहनाया जाता है.आज हुए अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान कांवरिया पथ पर मिलने वाली पेयजल, आवासन, लाइट,शौचालय, स्नानागार, चिकित्सा, बलुआई पथ इत्यादि का वस्तुस्थिति की जानकारी ली गयी.
मौके पर बोलते हुए जिला उपायुक्त ने बताया कि राज्य सरकार के दिशा निर्देश पर अभी से ही वृहद पैमाने पर श्रावणी मेला की तैयारी जोरों से की जा रही है.उपायुक्त ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में कांवरिया पथ का बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किया गया है.उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन की अनुमति नही मिलेगी यहाँ पक्का निर्माण पर रोक लगाया जाता है.इसके अलावा कांवरियों को इस वर्ष बेहतर से बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन संकल्पित है.
सीसीटीवी के माध्यम से रखी जाएगी निगरानी
दो महीने तक इस बार आयोजित होने वाली श्रावणी मेला में बाबानगरी पहुचने वाले कांवरिया और श्रद्धालुओं को 24 घंटा सुरक्षा मुहैया कराना पुलिस की प्राथमिकता में से एक रहेगी.एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 21 अस्थायी ओपी बनाया जाएगा.जो सीसीटीवी से जुड़ा रहेगा.इसके अलावा सभी संभावित स्थानों पर सीसीटीवी से मेला क्षेत्र की गतिबिधियों पर हमेशा पैनी नजर रखी जायेगी.उम्मीद की जा रही है कि इन वर्ष रिकॉर्ड तोड़ भीड़ उमड़ने की संभावना है.
दो चरण में लगेगा श्रावणी मेला
4 जुलाई से श्रावणी मेला 2023 की शुरुआत होगी जो 17 जुलाई तक चलेगा. इसके बाद पुनः 17 अगस्त से शुरू होकर रक्षाबंधन के दिन यानी 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगा. इस बीच 18 जुलाई से मलमास यानी पुरुषोत्तम मास की शुरुआत हो जाएगी जो 16 अगस्त तक रहेगा. कुल मिलाकर 4 जुलाई से 31 अगस्त तक सबसे बड़ा श्रावणी मेला का सफल आयोजन प्रशासन के लिए परीक्षा की घड़ी कहलाएगी.
रिपोर्ट. रितुराज सिन्हा
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