रांची(RANCHI): राजनीति एक ऐसा क्षेत्र है जहां कोई परमानेंट दोस्त या दुश्मन नहीं होता. राजनीति की धारा कमोबेश पठारी क्षेत्रों में बरसात के दौरान नदियों की जैसी होती है. इसलिए कहा जाता है कि विचारधारा अलग हो सकती है लेकिन शिष्टाचार का अपना तकाजा है.
महज झारखंड की ही राजनीति को मिसाल के तौर पर लीजिए. प्रदेश में भाजपा लगातार हेमंत सरकार पर हमला करती रहती है.बड़े नेता अगर आते हैं तो वे भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत पूरी सरकार पर हमलावर होते हैं. देवघर में भी केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हेमंत सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार बताया. प्रदेश स्तर के नेता तो लगातार इस सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगाते रहते हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी कहां भाजपा को एक छटाक भी छोड़ते हैं. भाजपा पर देश को बेचने का भी लगातार आरोप लगाते रहे हैं. दुमका और धनबाद में आयोजित पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में भी भाजपा को उन्होंने खूब लपेटा और जमकर हमला किया.
पर इन सबके बीच राजनीति अपनी धारा चलती है लेकिन आपसे प्यार मोहब्बत और शिष्टाचार अपनी जगह है. यह देखिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के सुपुत्र हरीश नाडा के विवाह समारोह में शामिल होने दिल्ली पहुंचे. जगत प्रकाश नड्डा ने उन्हें आमंत्रित किया था. इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली पहुंचे और वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल हुए.वर वधू को आशीर्वाद दिया और फोटो भी खिंचवा ए. लहसुन और देखकर लोगों को थोड़ा आश्चर्य हो सकता है. पर राजनीति में कब क्या हो जाए, इसकी कोई गारंटी नहीं देता. विचारधारा अलग हो सकती है. पर शिष्टाचार अपना महत्व रखता है. अब यह आप पर निर्भर करता है कि इसे आप किस तरह से लेते हैं. जी हां, ध्यान रखिए, राजनीति में कोई परमानेंट दोस्त या दुश्मन नहीं होता.
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