गढ़वा(GADHWA): जब भी आप अपने नेता या जन प्रतिनिधि को चुनते हैं तो आपको उम्मीद होती है कि वो आपकी रक्षा करेंगे और हर उस मुश्किल से बचाएंगे जिसके लिए आपने उनको वोट देकर चुना है, लेकिन झारखंड के गढ़वा जिले से एक बहुत ही हैरान करनेवाली खबर सामने आई है, जहां एक मुखिया पिछले 20 सालों से योन शोषण कर रहा है और अब आदिवासी युवती से धर्म परिवर्तन का भी दबाव बना रहा है.
पिछले 20 सालों से आदिवासी महिला का शोषण कर रहा है मुखिया
आपको बताये कि गढ़वा जिले में मुखिया पर गंभीर आरोप लगा हैं. लोगों का आरोप है कि मुखिया पिछ्ले 20 वर्षो से आदिवासी युवती का योन शोषण करता आ रहा है. इसपर आरोप है कि 2003 मे 14 वर्ष की आयु में हथियार के दम पर नक्सली बनकर दुष्कर्म किया था. आज भी आदिवासी महिला के साथ घिनौनी करतूत को कर रहा है. इसका अत्याचार अब इतना बढ़ गया कि अब यह जबरन धर्म परिवर्तन का भी दबाव बना रहा है. वहीं इस मामले में अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की एंट्री हुई है. बाबूलाल मरांडी ने एक्स पर इसको शेयर करते हुए गंभीर मामला बताया है.
महिला ने थाने में दर्ज की प्राथमिकी
मिली जानकारी के मुताबिक पहले नक्सली बनकर अब मुखिया बनकर गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र के दूधवल में आदिवासी महिला के साथ बलात्कार एवं धर्म परिर्वतन के लिए दबाव बनाने के आरोप में गढ़वा न्यायालय ने आरोपी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश रंका थाना को दिया है. मुखिया मो० इजहार अंसारी, नदीम अंसारी एवं सुल्ताना प्रवीण है. तीनों रंका थाना क्षेत्र के थाना मोड़ निवासी हैं. जिनके विरुद्ध 35 वर्षीय दुधवल ग्राम निवासी एक महिला ने न्यायालय में परिवाद पत्र संख्या 972/2024 दाखिल किया. मामले की गंभीरता को समझते हुए न्यायिक दण्डाधिकरी प्रथम श्रेणी अनुलिका कुमार की आदालत ने रंका थाना को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया.
पढें पीड़ित महिला ने मामले पर क्या कहा
पीड़ित महिला ने अपने परिवाद पत्र में आरोप लगाया है कि 300 घरों वाली मेरी बस्ती में मैं एकमात्र आदिवासी महिला हूं. शेष लोग विशेष समुदाय की श्रेणी से आते हैं. आरोप पत्र में कहा गया है कि मो. इजहार अंसारी जो वर्तमान में दुधवल पंचायत का मुखिया है. वर्ष 2003 में 14 वर्ष की उम्र में जबरन घर में घुसकर हथियार के बल पर नक्सली होने का भय दिखाकर बलात्कार किया तबसे लेकर अक्टूबर 2023 तक जबरन शारीरिक संबंध बनाता रहा. इस दौरान उसका तीन बार गर्भपात कराया गया. पीड़िता के साथ उसकी जयाद्ति उस समय और बढ़ गई जब उसने पीड़िता को अपने समुदाय में शादी नहीं करने की धमकी देते हुए इस्लाम धर्म क़बूल करने का दबाव बनाता रहा. उसने धमकी दिया कि ऐसा नहीं करने पर उसे जबरन वैश्यावृति में धकेल देगा. आरोपियों के इस कुकृत से तंग आकर पीड़िता ने रंका थाना प्रभारी, पुलिस अधीक्षक गढ़वा, पुलिस उपमहानिरीक्षक पलामू एवं मानवाधिकार आयोग न्यू दिल्ली, महिला आयोग रांची, पुलिस महानिरीक्षक रांची को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन वहां से निराशा होने के पश्चात उसने गढ़वा न्यायलय में परिवाद पत्र दाखिल कर न्याय की गुहार लगाई है.
मामले पर बाबूलाल मरांडी ने लिया एक्शन
इसकी जानकारी मिलने के बाद झारखण्ड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे गंभीर मामला बताते हुए एक्स पर पोस्ट करते हुए गढ़वा के स्थानीय नेता सह पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी को दुष्कर्म पीड़िता के घर भेजा और मामले की जांच करने का निर्देश दिया. पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी पीड़िता के घर पहुंचे उन्होंने पीड़िता को हर संभव न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया. वहीं पीड़िता व उसकी परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात किया. इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से भी मौके से ही बात किया.जब तक पुलिस पीड़िता के घर नहीं पहुंची तब तक पूर्व विधायक वहीं पर बैठे रहे.साथ ही पूर्व विधायक ने कहा कि आदिवासी हित की बात करने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व उनकी तंत्र आज कहां है.
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